प्रवर्तन निदेशालय.
Money Laundering Case: हरियाणा के रियल एस्टेट और शराब कारोबारी राजेश कात्याल को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है. राजेश कात्याल अमित कात्याल का भाई है. लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी पहले ही अमित कात्याल को गिरफ्तार कर चुकी है. अमित कात्याल का पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव परिवार से बेहद करीबी संबंध है. राजेश कात्याल पर सैकड़ो निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है. इसी आरोप में ईडी ने उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की थी.
2 करोड़ 41 लाख रुपये की ज्वेलरी और सिक्के जब्त
इससे पहले ईडी ने राजेश कात्याल और अमित कात्याल के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिस दौरान 2 करोड़ 41 लाख रुपये की ज्वेलरी और सिक्के जब्त किए थे. छापेमारी के दौरान 32 लाख कैश, लक्जरी गाड़ियां भी जब्त किया था. इसके अलावे कई डिजिटल डिवाइस, हार्ड ड्राइव, पेन ड्राइव को अपने कब्जे में लिया था. छापेमारी के दौरान मिले सबूतों के आधार पर ईडी ने गुरुग्राम में 70 एकड़ जमीन और फ्लैट, मुंबई में कुछ आवासीय इकाइयां, दिल्ली में एक फॉर्म हाउस और अमित कात्याल और उनकी रियल्टी कम्पनियों की करीब 113 करोड़ रुपये की एफडी को अटैच कर चुकी है.
छापेमारी के दौरान मिले कई दस्तावेज
छापेमारी के दौरान ईडी को कई दस्तावेज मिले, जिनसे लंदन, श्रीलंका, सेंट किट्स बैंक अकाउंट का पता चला, जहां बायर्स के पैसे को ठिकाने लगाने का आरोप है. ईडी ने अमित कात्याल की एम एस कृष रियल टेक प्राइवेट लिमिटेड और ब्रम्हा सिटी प्राइवेट लिमिटेड पर भी कार्रवाई कर चुकी है. ईडी के मुताबिक शैल कम्पनियों के जरिये कात्याल ने 400 करोड़ रुपये विदेश भेजे है.
फिलहाल लैंड फॉर जॉब मामले में अमित कात्याल जमानत पर है. राजेश कात्याल और अमित कात्याल के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस और दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा ने निवेशकों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किया है. जिसके बाद ईडी ने इस एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मुकदमा दर्ज किया था.