
MINI BRAZIL VILLAGE

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले का विचारपुर गांव ‘मिनी ब्राजील’ के नाम से पहचाना जाता है. गांव का प्रत्येक निवासी फुटबॉल के प्रति जुनूनी है. जुलाई 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद इस गांव को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली. अब मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर लोगों ने उनके कामकाज की सराहना की है और उन्हें बधाई दी है.
विचारपुर गांव की खास बात यह है कि यहां बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर कोई फुटबॉल के प्रति जुनून रखता है. गांव की कई महिलाएं और पुरुष खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक खेल चुके हैं.
पीएम द्वारा चलाई गई तमाम योजनाएं
राष्ट्रीय खिलाड़ी शशांक दहिया ने प्रधानमंत्री से मुलाकात को याद करते हुए बताया, “हमने पीएम मोदी से हमारे यहां के प्रमुख खेल फुटबॉल के बारे में बात की. हमने बताया कि हमारे गांव में हर घर से दो-तीन खिलाड़ी नेशनल प्लेयर हैं.” उन्होंने पीएम द्वारा चलाई गई तमाम योजनाओं का लाभ मिलने पर उनका साधुवाद किया.
खास बात यह रही कि नन्हें बच्चों में भी पीएम मोदी के प्रति गहरा लगाव दिखा. कुछ नन्हें खिलाड़ियों ने तो यहां तक कह दिया कि भविष्य में भी देश को ऐसा ही प्रधानमंत्री चाहिए जो खेल और खिलाड़ियों को पहचान दिला सके. पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल पूरे होने के मौके पर विचारपुर के खिलाड़ी उनके योगदान और समर्थन के लिए आभार व्यक्त कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने जब “मिनी ब्राजील” का जिक्र किया
पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान विचारपुर के कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से मिले थे और उनके खेल कौशल से इतने प्रभावित हुए कि हाल ही में एक अमेरिकी पॉडकास्टर को दिए इंटरव्यू में “मिनी ब्राजील” का जिक्र किया. पीएम मोदी से मिलने वाले ऐतिहासिक पल को गांव के खिलाड़ी आज भी गर्व के साथ याद करते हैं. वे कहते हैं कि मोदी जी के कारण आज हमारे गांव को देश-विदेश में एक नई पहचान मिली है.
फुटबॉल कोच और नेशनल प्लेयर लक्ष्मी साइस ने बताया, “हमने पीएम मोदी को सिर्फ सुना था, लेकिन जब वह हमारे बीच आए तो लगा जैसे कोई अपने परिवार का सदस्य हमारे बीच है. पीएम मोदी का सहज, सरल और प्रेरणादायक व्यक्तित्व हम खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा उत्साह बना.”
अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन का कार्यक्रम
पीएम मोदी के शहडोल से लगाव की बात इसी से समझी जा सकती है कि वह समय-समय पर इसका जिक्र करते आए हैं. इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन से बातचीत के दौरान गांव का जिक्र किया और यहां की फुटबॉल परंपरा की सराहना की थी. इसके अलावा उन्होंने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी गांव का जिक्र किया था.
पीएम मोदी ने बताया था कि दो-ढाई दशक पहले यहां नशाखोरी बढ़ने का नुकसान नौजवानों को हो रहा था. रईस अहमद ने युवाओं की प्रतिभा को पहचानते हुए सीमित संसाधनों से उन्हें फुटबॉल सिखाना शुरू किया था. थोड़े समय में फुटबॉल लोकप्रिय हो गया. अब यहां फुटबॉल क्रांति नाम से कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें युवाओं को खेल प्रशिक्षण दिया जाता है. राष्ट्रीय और राज्य स्तर की 40 से ज्यादा प्रतिभाएं सामने आ चुकी हैं.
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