महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र की सियासत में जारी उठा-पटक थम नहीं रही. यहां उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना की नेता और विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे ने उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका दे दिया है. नीलम गोरे एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो गई हैं. वह वर्ष 2002 से लगातार विधान परिषद के लिए चुनी जा रही हैं. अब उनका शिंदे गुट में शामिल होना महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के हित में है.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में शिंदे के अगुवाई वाली पार्टी ज्वाइन कर ली. नीलम गोरे और एकनाथ शिंदे की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें शिंदे उनको भगवा चुन्नी ओढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं.
4 बार विधान परिषद के लिए चुनी जा चुकीं गोरे
नीलम गोरे साल 2002, 2008, 2014 और 2020 में चार बार विधान परिषद के लिए चुनी गईं. 7 जुलाई 2022 से वह महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति हैं. उनका जन्म 12 सितंबर 1954 को पंढरपुर में हुआ था, अब उनकी आयु लगभग 68 वर्ष है. चुनाव में स्टार प्रचारक से लेकर पार्टी में ही कई पद संभालने तक, नीलम की राजनीति हमेशा सुर्खियों में रही हैं. अब उनके शिंदे गुट में शामिल होने से उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है.
#WATCH | Uddhav Thackeray faction leader Neelam Gorhe joins Maharashtra Chief Minister Eknath Shinde-led Shiv Sena, in Mumbai. pic.twitter.com/QWvFSylafR
— ANI (@ANI) July 7, 2023
ठाकरे ही नहीं, पवार गुट में भी घमासान मचा
बता दें कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की पार्टी ही नहीं शरद पवार गुट में भी घमासान चल रहा है. हाल ही में अजित पवार अपने चाचा शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से बगावत करके शिंदे सरकार में शामिल हो गए. उन्हें महाराष्ट्र का उप-मुख्यमंत्री बना दिया गया.
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