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ताजमहल में घुस कर शाहजहां और मुमताज की कब्रों पर छिड़का गंगाजल, केस दर्ज…. अब खोज रही पुलिस

करणी सेना का कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने एक ताजमहल में घुस कर मुगल बादशाह शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज महल की कब्रों पर गंगाजल छिड़क दिया.

दुनिया के 7 अजूबों में से एक ताजमहल पर पिछले कुछ सालों में बीच-बीच में तेजो महालय होने का दावा किया जाने लगा है, जिसकी वजह से अक्सर ताजमहल चर्चा में आ जाता है. एक बार फिर से ऐसा ही मामला सामने आया है. करणी सेना का कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने एक ताजमहल में घुस कर मुगल बादशाह शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज महल की कब्रों पर गंगाजल छिड़क दिया.

इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से विवाद खड़ा हो गया है. घटना ने ताजमहल की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंताएं पैदा कर दी है. बता दें कि ताजमहल यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल सूची में भी शामिल है.

ताजमहल नहीं “तेजो महालय” है

वीडियो में दिख रहे शख्स की पहचान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला निवासी गौरव चौहान के रूप में हुई है. मंगलवार को पोस्ट किए गए वीडियो में व्यक्ति को ताजमहल के अंदर एक प्लास्टिक की बोतल ले जाते हुए देखा गया. वह कब्रों पर गंगाजल डालने से पहले “हर हर महादेव” का नारा लगा रहा था. उसने यह भी दावा किया कि ताजमहल वास्तव में “तेजो महालय” है, जो भगवान शिव को समर्पित एक हिंदू मंदिर है और उसने कसम खाई कि जल्द ही वहां एक मंदिर बनाया जाएगा.

प्रोटोकॉल के हिसाब से ताजमहल में आने वाले लोगों की सख्त जांच की जाती है. परिसर के अंदर पानी की बोतलें, खाना-पीना और अन्य सामान ले जाना प्रतिबंधित हैं. इसके बावजूद वह शख्स बोतल के साथ बिना किसी की नजर पड़े ताजमहल के अंदर घुसने में कामयाब रहा. इसके बाद से परिसर की निगरानी और सुरक्षा पर सवाल उठने लगे.

पुलिस केस दर्ज, ASI भी जांच करेगी

मामला में अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने जांच शुरू कर दी है. एक अधिकारी ने कहा: “हम सीसीटीवी फुटेज और सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा कर रहे हैं. ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी.” घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन आरोपी गौरव चौहान अभी भी फरार है.

वहीं कुछ हिंदू संगठनों ने गौरव के इस कार्य का समर्थन किया है, जबकि इतिहासकारों और मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने इस कृत्य की निंदा की है. करणी सेना ने भी गौरव से खुद को अलग कर लिया है. संगठन के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम इस तरह के कृत्यों का समर्थन नहीं करते हैं.”

विपक्षी नेताओं ने धरोहर की सुरक्षा में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया: “अगर ताज में सुरक्षा इतनी कमजोर है, तो अन्य विरासत स्थलों के बारे में क्या?”

-भारत एक्सप्रेस



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