आज पीएम नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की. इस दौरान पीएम ने I.N.D.I.A. गठबंधन को घमंडिया गठबंधन कहा. इसी के साथ राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा.
No confidence Motion Failed: संसद में पिछले कई दिनों से सरकार पर दवाब बनाने में जुटे विपक्षी दलों को आज करारा झटका लगा. संसद में विपक्षियों की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर जोरदार चर्चा हुई. हालांकि, अंत में गुरुवार की शाम को हुई वोटिंग में अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया. इसमें मोदी सरकार की जीत हुई. इससे पहले पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.
पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का जिक्र करते हुए कहा, “ये इंडिया गठबंधन नहीं है. ये घमंडिया गठबंधन है. इनकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है. सबको प्रधानमंत्री बनना है.” पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर बोलते हुए आज लंबा भाषण दिया. पीएम मोदी कुल 2.12 घंटे बोले, जिसमें उन्होंने 1 घंटा 52 मिनट बाद मणिपुर का जिक्र किया. हालांकि, तब तक विपक्ष वॉकआउट कर चुका था. मोदी के भाषण के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिसमें ध्वनि मत से प्रस्ताव गिर गया.
पीएम मोदी का भाषण 2 घंटे 12 मिनट तक चला
पीएम मोदी ने आज, गुरुवार शाम को 5 बजकर 8 मिनट पर अपना अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए भाषण शुरू किया. उनके भाषण के करीब डेढ़ घंटे बाद 6.40 पर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया. मोदी मणिपुर पर बोलने लगे. अपने भाषण में उन्होंने 29 बार मणिपुर शब्द का जिक्र किया. पीएम का भाषण 2 घंटे 12 मिनट तक चला. पीएम मोदी के भाषण के दौरान 98 बार तालियां बजीं. वहीं, उनके भाषण के दौरान 22 मौके ऐसे आए जब सदन में ठहाके लगे.
13 बार टोका-टोकी हुई, लगे मोदी-मोदी के नारे
पीएम मोदी के भाषण के दौरान 13 बार टोकाटोकी भी हुई. सदन में पीएम मोदी के भाषण के दौरान शरीर का कण-कण, जिगर का टुकड़ा जैसे शब्दों के प्रयोग पर मोदी-मोदी के नारे भी लगे. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इनकी पीड़ा राजनीति से शुरू होती है और उसी से आगे बढ़ती है. उन्होंने कहा- ये लोग न मानवता के बारे में सोच सकते हैं, न देश के बारे में सोच सकते हैं.
जुलाई 2018 में भी गिर गया था अविश्वास प्रस्ताव
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष इससे पहले जुलाई 2018 में भी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था. तब अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 126 वोट पड़े, जबकि 325 सांसदों ने उसके खिलाफ वोट दिया था. इस बार भी अविश्वास प्रस्ताव भारी अंतर से गिरा है.
— भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.