
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के मामले में शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल की. कतर से लौट रहे मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान को कन्नूर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया. अब्दुल रहमान इस मामले में पिछले दो वर्षों से फरार था.
एनआईए की जांच में सामने आया है कि अब्दुल रहमान ने बैन किए गए संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर, हत्या में शामिल मुख्य हमलावरों और अन्य आरोपियों को शरण दी थी. जब मुख्य हमलावरों की गिरफ्तारी हुई, उसके बाद अब्दुल रहमान कतर भाग गया था.
अब्दुल रहमान पर था ₹4 लाख का इनाम
इस मामले में NIA ने अप्रैल 2025 में चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिनमें अब्दुल रहमान और दो अन्य फरार आरोपी शामिल हैं. इस केस में अब तक कुल 28 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जा चुकी है. फरार आरोपियों की सूचना देने पर एनआईए ने इनाम भी घोषित किया था, जिसमें अब्दुल रहमान पर ₹4 लाख का इनाम रखा गया था.
गौरतलब है कि प्रवीण नेट्टारू की 26 जुलाई 2022 को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के सुल्लिया तालुक के बेल्लारे गांव में तेज धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई थी. यह हत्या पीएफआई द्वारा सुनियोजित साजिश के तहत की गई थी, जिसका मकसद समाज में डर और सांप्रदायिक तनाव फैलाना था.
फरार आरोपियों की तलाश जारी, जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद
एनआईए ने इस मामले की दोबारा जांच RC-36/2022/NIA/DLI के रूप में 4 अगस्त 2022 को शुरू की थी और अब भी अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है. एनआईए का कहना है कि वे जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्त में लाएंगे ताकि इस केस में पूरी न्यायिक प्रक्रिया पूरी हो सके.
भारत एक्सप्रेस
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