
Nithyananda Fraud: भारत से भागकर ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ की स्थापना करने वाले भगोड़े धर्मगुरु नित्यानंद का एक और विवादास्पद मामला सामने आया है. बोलीविया में कैलासा के 20 कथित नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. इन पर आरोप है कि इन्होंने बोलिविया की तीन आदिवासी जनजातियों से मिलकर लगभग 4.8 लाख हेक्टेयर सार्वजनिक जमीन कब्जाने की कोशिश की थी.
1000 साल के लिए लीज पर ली थी जमीन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नित्यानंद के शिष्यों ने बाउर, कायुबा और एसे एहा नाम की जनजातियों से 1000 साल के लिए जमीन लीज पर ली थी. समझौते में ‘कैलासा’ को पूरी जमीन पर अधिकार और स्वायत्तता देने का दावा किया गया था, लेकिन बोलीविया सरकार ने इसे अवैध करार दिया. बोलीविया की सरकार ने कहा कि विदेशी नागरिक अमेजन क्षेत्र में जमीन नहीं खरीद सकते हैं.
बोलीविया सरकार ने सभी 20 गिरफ्तार नागरिकों को उनके देशों – भारत, अमेरिका, स्वीडन और चीन – में वापस भेज दिया. इन लोगों ने टूरिस्ट वीजा पर बोलीविया में प्रवेश किया था.
भारत में जारी है तलाश
आपको बता दें कि नित्यानंद पर भारत में यौन शोषण, बच्चों के अपहरण और प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोप हैं. वह 2020 से फरार है और भारत में उसकी तलाश जारी है. नित्यानंद अक्सर अपने चमत्कारी शक्तियों का दावा करता है, जैसे तीसरी आंख से अंधों को देखना या सूर्योदय को 40 मिनट तक टाल देना.
यह मामला नित्यानंद की धोखाधड़ी और उसके कई अवैध कामों का एक और उदाहरण है, जो देश-विदेश में सुर्खियां बना चुका है.
-भारत एक्सप्रेस
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