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ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना की सर्जिकल आंधी पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का सलाम

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की, कहा- भारत अब मिसाइलों से जवाब देगा. पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले. देश एकजुट, गद्दारों को चेतावनी.

Muslim Rashtriya Manch

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच.

Aarika Singh Edited by Aarika Singh

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना द्वारा की गई निर्णायक और साहसी कार्रवाई की सराहना करते हुए केंद्र सरकार और सेनाओं को हार्दिक बधाई दी है. मंच ने पाकिस्तान और आतंकी संगठनों के विरुद्ध और अधिक कठोर कदम उठाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है. मंच ने कहा कि अब समय आ गया है कि दुश्मनों को ऐसा जवाब मिले कि वे भविष्य में भारत की ओर आँख उठाकर देखने की भी हिम्मत न कर सकें.

मंच की ओर से जारी बयान में कहा गया, “भारत सरकार और हमारी सेना ने जिस धैर्य, रणनीति और पराक्रम के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया है, वह हर भारतीय के हृदय में गर्व की भावना भरता है. भारत का हर मुसलमान और हर देशभक्त नागरिक सेना और सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ा है. हम अपनी जान कुर्बान करने को तैयार हैं, लेकिन मातृभूमि की अखंडता और गरिमा पर आंच नहीं आने देंगे.”

ऑपरेशन सिंदूर: बदले का निर्णायक पल

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले का जवाब अब भारत ने दुश्मन की धरती पर दिया है. मंगलवार आधी रात, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर 24 मिसाइलें दागीं, जिनमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. इस सैन्य अभियान का नाम उन वीरांगनाओं की स्मृति में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा गया, जिनके पतियों ने देश के लिए बलिदान दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन को ‘नए भारत’ की पहचान बताया और कहा, “पूरा देश हमारी ओर देख रहा था, यह तो होना ही था.” उन्होंने तीनों सेनाओं की रणनीति, संयम और संकल्प की प्रशंसा करते हुए इसे भारत की सुरक्षा नीति में एक नया अध्याय बताया.

सेना की प्रेस वार्ता: खुलासा हुआ ऑपरेशन का

सेना की ओर से सुबह 10:30 बजे आयोजित प्रेस वार्ता में ऑपरेशन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि वायुसेना ने 25 मिनट के भीतर 9 ठिकानों को ध्वस्त किया. ये सभी ठिकाने आतंकवादियों के ट्रेनिंग सेंटर्स और लॉन्चपैड थे. इनमें मुजफ्फराबाद, कोटली, सियालकोट और बहावलपुर के प्रमुख अड्डे शामिल हैं.

देश के भीतर छिपे गद्दारों को चेतावनी

मंच ने न केवल सीमापार आतंक के विरुद्ध कठोर रुख अपनाया है, बल्कि देश के भीतर छिपे गद्दारों को भी सीधी चेतावनी दी है. मंच ने कहा, “जो लोग देश में रहकर देशविरोधी ताकतों का साथ दे रहे हैं, वे सावधान हो जाएं. ये अंतिम चेतावनी है – या तो सुधर जाएं, या फिर नेस्तनाबूद होने के लिए तैयार रहें. अब भारत सहन नहीं करेगा.”

मंच का राष्ट्रीय आह्वान

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने देशभर के नागरिकों से अपील की है कि वे राजनीतिक भिन्नताओं से ऊपर उठकर सेना और सरकार के इस निर्णयात्मक कदम का समर्थन करें. मंच ने विशेष रूप से मुसलमानों से कहा है कि “आपका देश प्रथम है; आतंकवाद के खिलाफ खड़े हों, यही सच्चा इस्लाम है.” मंच ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले दिनों में देशभर में ‘एकता और सुरक्षा’ अभियान चलाया जाएगा.

शब्द नहीं, अब सटीक उत्तर देंगे: मंच

मंच की ओर से कहा गया, “हमने वर्षों तक सहन किया, लेकिन अब भारत नया भारत है. अब शब्दों से नहीं, मिसाइलों से जवाब मिलेगा. मंच हर उस निर्णय का समर्थन करता है जो भारत की सीमाओं को सुरक्षित और सम्मानित बनाए.”

हम सब आपके साथ हैं: वीर सैनिकों को नमन

आने वाले समय की अनिश्चितताओं के बीच, हम ईश्वर से यही प्रार्थना करते हैं कि हमारे वीर सैनिक—चाहे वे थलसेना में हों, वायुसेना में या नौसेना में—हमेशा सुरक्षित, स्वस्थ और अडिग रहें. आपकी अटूट वीरता, अनुशासन और बलिदान की वजह से ही हम, देश के नागरिक, संकट की घड़ियों में भी चैन की सांस ले पाते हैं.

आपके साहस और समर्पण को शब्दों में बाँधना असंभव है, लेकिन हम हर पल आपके ऋणी हैं. हम आपका सम्मान करते हैं, आपका समर्थन करते हैं, और सदा आपके साथ हैं.

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-भारत एक्सप्रेस



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