India News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लेकर आई है. यह स्कीम न्यू पेंशन स्कीम (NPS) की जगह लागू होगी, हालांकि कर्मचारियों के पास NPS और UPS के बीच स्कीम चुनने का भी विकल्प होगा. आज कैबिनेट बैठक में इसे मंजूरी दी गई.
कैबिनेट की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय कर्मचारियों के नेताओं के साथ अपने आवास पर बैठक की. प्रधानमंत्री मोदी सरकारी कर्मचारियों के लिए संयुक्त परामर्शदात्री मशीनरी (Joint Consultative Machinery) के कर्मचारी पक्ष के प्रतिनिधिमंडल (Delegation of staff side) से मिले. उन्हें स्कीम के बारे में समझाया. वहीं, इसके संबंध में कार्मिक मंत्रालय ने एक नोटिस जारी किया था.
#WATCH प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए संयुक्त परामर्शदात्री मशीनरी के कर्मचारी पक्ष के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
(सोर्स: PMO) pic.twitter.com/vR5Obzz2hU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 24, 2024
केंद्रीय कर्मचारियों के नेताओं के साथ हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक का वीडियो सामने आया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) को मंजूरी दिए जाने पर X.com पर एक पोस्ट भी किया.
देश की प्रगति के लिए कठिन परिश्रम करने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों पर हमें गर्व है। यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) इन कर्मचारियों की गरिमा और आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाली है। यह कदम उनके कल्याण और सुरक्षित भविष्य के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 24, 2024
‘कर्मचारियों की गरिमा और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “देश की प्रगति के लिए कठिन परिश्रम करने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों पर हमें गर्व है. यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) इन कर्मचारियों की गरिमा और आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाली है. यह कदम उनके कल्याण और सुरक्षित भविष्य के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
समझिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम क्या है
- ‘यूनिफाइड पेंशन स्कीम'(UPS) देश के केंद्रीय कर्मचारियों के लिए है. हिंदी में इसे एकीकृत पेंशन योजना कहा जा रहा है. यह अगले साल अप्रैल महीने से लागू होगी.
- इस स्कीम के तहत सरकारी कर्मचारी को रिटायरमेंट से पहले के 12 महीने की बेसिक सैलरी के औसत का 50% एश्योर्ड पेंशन के रूप में मिलेगा.
- मान लें कि किसी ने यदि 25 साल काम किया है तो उसे यह पेंशन मिलेगी. 25 साल से कम और 10 साल से ज्यादा है तो कम होगी.
- किसी कर्मचारी की मौत होने के ठीक पहले की सैलरी का 60% पेंशन के रूप में उसके परिवार को मिलेगा.
- किसी कर्मचारी की 10 साल से कम सर्विस होने पर मिनिमम अश्योर्ड पेंशन 10 हजार रुपए महीना होगी. महंगाई के साथ यह आज की तारीख में करीब 15 हजार रुपए होगी.
- खास बात ये भी है कि तीनों पेंशन पर महंगाई के हिसाब से DR का पैसा मिलेगा.
- हर 6 माह की सर्विस के लिए सैलरी का 10% लमसम एमाउंट का मिलेगा.
- यदि किसी कर्मचारी की सेवा 30 साल की है तो उसे 6 महीने की सैलरी (भत्ते सहित) का पैसा मिलेगा.
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