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16 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा-2023 (UP Board Exam-2023) को नकल-मुक्त कराने के लिए अतिसंवेदनशील केंद्रों पर एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की तैनाती की जाएगी. परीक्षा शुरू होने से पहले ही एलआईयू से संदिग्धों की निगरानी करा ली जाएगी. इस सम्बंध में प्रमुख सचिव (माध्यमिक शिक्षा) दीपक कुमार ने इसका शासनादेश जारी कर दिया है. इसी के साथ मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने शासनादेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है.
हर बार की तरह इस बार भी योगी सरकार उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा को अनुशासित ढंग से कराने की तैयारी में है.अब हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में बैठा यूपी बोर्ड का कोई छात्र अगर नकल करता पाया जाता है तो उसपर NSA यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्यवाई की जाएगी. इतना ही नहीं सामूहिक नकल की जानकारी मिलने पर फौरन परीक्षा को निरस्त कर दिया जाएगा और परीक्षा केंद्र को भी विवर्जित कर दिया जाएगा. इस बार की परीक्षा में प्रश्नपत्र की सुरक्षा के मद्देनजर सेंटर पर प्रधानाचार्य कक्ष से अलग एक स्ट्रॉन्ग रूम बनाया जाएगा. साथ ही केंद्र और आंतरिक व्यवस्थापक की सूची भी तैयार की जाएगी.
नकल कराने वालों की संपत्ति होगी कुर्क
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू हो रही है. इसके लिए शासन-प्रशासन सक्रिय हो गया है. नकल कराने के आरोप में पकड़े जाने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने के साथ-साथ उनकी संपत्ति भी कुर्क कराई जाएगी. एसटीएफ इसे लेकर सतर्क हो गई है और नकल माफियाओं को सूचीबद्ध कर उन पर शिकंजा कसने की तैयारी तेज कर दी गई है.
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को दिए गए निर्देश
प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने मीडिया को बताया कि पूर्व अनुभव व वर्तमान में मिल रहे इनपुट के आधार पर ऐसे लोगों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी जो नकल कराने में संलिप्त होते हैं. गड़बड़ी न हो इसके लिए पहले ही इनपर शिकंजा कसा जाएगा. इसी के साथ उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा अभी से परीक्षा केंद्रों की निगरानी शुरू कर दी जाए.
स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए तैनात रहेगी पुलिस
परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पूर्व सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक एवं वाह्य केंद्र व्यवस्थापक की उपस्थिति में प्रश्नपत्र वितरण के लिए खोले जाएंगे. अगर इन तीनों में से कोई भी अनुपस्थित पाया गया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यवस्था करने को माध्यमिक शिक्षा विभाग पहले ही सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख चुका है. सोशल मीडिया पर किसी भी व्यक्ति द्वारा परीक्षा को लेकर भ्रामक जानकारी डाली गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. परीक्षा सकुशल संपन्न हो इसके लिए संपूर्ण जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक की होगी.
जिलाधिकारी को मिली ये जिम्मेदारी
यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे सही से काम कर रहे हैं या नहीं इसकी निगरानी की जिम्मेदारी जिलाधिकारी को सौंपी गई है. अगर निरीक्षण के दौरान बोर्ड परीक्षा-केंद्रों पर कैमरे बंद पाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले प्रवेश दिया जाएगा. इससे पूर्व कोई भी विद्यार्थी परीक्षा केंद्र पर प्रवेश नहीं कर सकेगा.