आईआरसीटीसी.
IRCTC Tatkal Ticket Fraud: आईआरसीटीसी (IRCTC) को चमका देकर सूरत के एक शख्स ने करोड़ों रुपये का तत्काल टिकट बुक कराया. जिसके बाद आईआसीटीसी की सुरक्षा को बाइपास करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी शख्स इंडियन रेलवे की IRCTC वेबसाइट के खास सिस्टम को बाइपास करके तत्काल टिकट बुक कराता था. आरोपी शख्स इस काम के लिए खास सॉफ्टवेयर की मदद लेता था. जिससे कई टिकट के स्लॉट ब्लॉक हो जाते थे. परिणामस्वरूप, आम लोगों को तत्काल टिकट नहीं मिल पाते थे.
आरोपी कैसे देता था IRCTC वेबसाइट को चकमा?
आमतौर पर टिकट बुक करने में डेढ़ मिनट का समय लगता है. तत्काल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में कैप्चा डाला जाता है, सिक्योरिटी की लेयर होती हैं और आखिरी में पेमेंट का प्रोसेस होता है. लेकिन, आरोपी जिस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता था उससे ये सारे प्रोसेस बाइपास हो जाते थे, जिससे 20-30 सेकेंड के भीतर ही एक टिकट बुक हो जाती थी.
सूरत के सीटी पुलिस के डीसीपी (DCP) विजय सिंह गुर्जर ने मामले के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि विजिलेंस टीम को इस बात की जानकारी मिली थी कि राजेश IRCTC के वेबसाइट के सिस्टम को बाइपास करके तत्काल टिकट बुक करता था. वह कुछ टिकट के स्लॉट को ब्लॉक कर देता था जिससे आम लोगों को टिकट उपलब्ध नहीं हो पाते थे.
एक ही लैपटॉप से 5 टिकटों की बुकिंग
आरोपी एक एक ही लैपटॉप से एकसाथ 5 टिकट बुक करता था. वह ऐसे 5 लैपटॉप के सहारे पहली कोशिश में 20-25 टिकट बुक कर लेता था. आरोपी के पास से 6 लैपटॉप मिले हैं. इसके अलावा रुपये गिनने वाली मशीन भी बरामद किया गया है. इतना ही नहीं, आरोपी के पास से 5 मोबाइल फोन के अलावा कटिंग मशीन, हाई इंटरनेट स्पीड आउटर और प्रिंटर भी मिले हैं.
आरोपी का मकसद क्या था
डीसीपी ने बताया कि आरोपी का मकसद ज्यादा तत्काल टिकट अधिक पैसा लेना था. वह एक टिकट पर 200-600 रुपये से अधिक चार्ज करता था. आरोपी ने साफ्टवेयर के इस्तेमाल से हाल में जितनी टिकटें बुक कीं उसकी कुल राशि 4.25 करोड़ रुपये है.
-भारत एक्सप्रेस