Bharat Express

कहीं सूख रहे अंडरवियर तो कहीं उगी झाड़ियां… पटना के मोइनुल हक स्टेडियम का हाल बेहाल

मुंबई बनाम बिहार मैच का आज दूसरा दिन है. जिस पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में मैच खेला जा रहा है, वहां की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.

मोइनुल हक स्टेडियम

मोइनुल हक स्टेडियम

Bihar vs Mumbai Ranji Trophy: बिहार की राजधानी पटना के मोइनुल हक स्टेडियम का उद्धार सरकार ने नहीं किया, लेकिन रणजी मुकाबले के साथ इसका सूखा जरूर खत्म हो गया. मुंबई बनाम बिहार मैच का आज दूसरा दिन है. जिस पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में मैच खेला जा रहा है, वहां की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. पटना के राजेंद्र नगर में स्थित मोइनुल हक स्टेडियम बिहार का एकलौता इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम है. लेकिन इसका बुरा हाल है.

यह भी पढ़ें: “फोटोग्राफी करते हैं, लक्षद्वीप में जाकर फोटो खिंचवातें हैं, लेकिन ये महापुरुष मणिपुर क्यों नहीं जाते?” PM मोदी पर खड़गे का हमला

क्रिकेटर रहे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भले ही पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को वर्ल्ड क्लास स्टेडियम बनाने का दावा करते हों, लेकिन बिहार और मुंबई के बीच चल रहे मैच के दर्शकों को स्टेडियम का हाल देखकर रोना आ गया. वर्षो बाद मैच का आनंद लेने पहुंचे दर्शकों को दर्शक दीर्घा में ऐसी अनुभूति हुई मानो वो खंडहर और कूड़े के अंबार के बीच बैठे हों. स्टेडियम में बैठने की जगह झाड़ और गंदगी की वजह से दर्शकों को खड़े होकर मैच का आनंद लेना पड़ा. बिहार और मुंबई के बीच चल रहे रणजी मैच देखने आए दर्शकों के बीच से भारत एक्सप्रेस संवाददाता आशुतोष कुमार ने जायजा लिया और दर्शकों से बातचीत की.

यह भी पढ़ें: Bengaluru News: बेंगलुरु के बड़े होटल के पनीर ग्रेवी में मिला कॉकरोच, महिला ने बनाया वीडियो तो …

बता देंकि पहले इस स्टेडियम को राजेंद्र नगर स्टेडियम के नाम से जाना जाता था. भारतीय ओलंपिक संघ के सम्मानित महासचिव मोइनुल हक के सम्मान में 1970 में इसका नाम बदल दिया गया.  हक 1936 में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के संस्थापक उपाध्यक्ष भी थे.

अपने ऐतिहासिक महत्व के बावजूद, मोइनुल हक स्टेडियम को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) दोनों की ओर से उपेक्षा का सामना करना पड़ा है. यह लापरवाही एक लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे से उपजी है, भले ही यह स्टेडियम एक बार अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी करता था. यहां वर्ल्ड कप के मैच होते थे. पर अब यह सिर्फ जीर्ण शीर्ण अवस्था में पड़ा है.  बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य के गठन के कारण घरेलू टूर्नामेंट में भाग लेने का अधिकार खोने के बाद बिहार ने हाल ही में अपना रणजी दर्जा हासिल कर लिया है.

-भारत एक्सप्रेस

 

Bharat Express Live

Also Read