अडानी फाउंडेशन ने आज, 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर, गुजरात सरकार के सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण विभाग के साथ मिलकर एक विशेष पहल की शुरुआत की. इस पहल के तहत पूरे गुजरात में 7000 से अधिक दिव्यांगों को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी-गांधीनगर में आयोजन
यह कार्यक्रम गांधीनगर स्थित गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में आयोजित किया गया, जहां राज्य के माननीय मंत्री और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति मौजूद थे. इस अवसर पर दिव्यांगों को शिक्षा, कौशल विकास, आजीविका के अवसर और उनके जीवन को आसान बनाने के लिए आवश्यक उपकरण और सहायक सामग्री प्रदान की जाएगी.
मैं दिव्यांग भाइयों और बहनों का साथी हूं: जीत अडानी
अडानी एयरपोर्ट्स के डायरेक्टर, जीत अडानी ने इस पहल के बारे में कहा, “आज मैं केवल अडानी ग्रुप का लीडर ही नहीं, बल्कि उन सभी दिव्यांग भाइयों और बहनों का साथी हूं, जिनका साहस और प्रेरणा मुझे जीवन का सच्चा अर्थ समझाती है. मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अडानी समूह का आपकी प्रगति और सशक्तिकरण के प्रति समर्पण अडिग है. पिछले 10 वर्षों में, अडानी फाउंडेशन ने दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए कौशल वृद्धि, आजीविका के अवसर, शिक्षा और सहायक उपकरण प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हम हमेशा दिव्यांगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करते रहेंगे, खासकर कच्छ के मुंद्रा, खावड़ा और लखपत तालुकों में इस पहल का लाभ मिलेगा.”
कच्छ के दिव्यांगों के लिए विशेष पहल
अडानी फाउंडेशन का फोकस कच्छ जिले के उन क्षेत्रों पर है, जहां दिव्यांगजनों की संख्या अधिक है. मुंद्रा, खावड़ा और लखपत जैसे स्थानों पर इस पहल के माध्यम से दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन को और बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
- भारत एक्सप्रेस
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