Siyasi Kissa: 1957 में जब 3 सीटों से Atal Bihari Vajpayee ने लड़ा था लोकसभा चुनाव, यहां से हो गई थी जमानत जब्त
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पत्रकारिता से अपने करिअर की शुरुआत की थी, जो 1951 में भारतीय जनसंघ में शामिल होने के बाद समाप्त हो गया, यह आज की भारतीय जनता पार्टी है.
Siyasi Kissa: जब एक चुनावी रैली के दौरान देश के पूर्व प्रधानमंत्री की कर दी गई थी नृशंस हत्या
ये वो समय था, जब 10वीं लोकसभा के लिए देश में चुनाव हो रहे थे. ये राजनीतिक अस्थिरता का दौर था और अर्थव्यवस्था भी गहरे संकट से गुजर रही थी.
क्या अंग्रेज अफसर AO Hume नहीं थे कांग्रेस के संस्थापक? प्रियंका गांधी बोलीं— कांग्रेस पार्टी की नींव महात्मा गांधी ने डाली थी, उन्होंने ही हमें उसूल सिखाए
1947 में भारत को अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस की अब कोई जरूरत नहीं रह गई, कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए. मगर आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बयान देकर अपनी पार्टी की नींव के बारे में नई बहस छेड़ दी है.
Siyasi Kissa: क्या एक पार्टी के दौरान इंदिरा गांधी पर उनके बेटे संजय गांधी ने हाथ उठाया था?
इमरजेंसी के दौरान पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित अमेरिकी पत्रकार लुईस एम. सिमंस को भारत से निर्वासित कर दिया गया था. उस जमाने में उन्होंने अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के लिए एक खबर लिखी थी, जिसमें बताया था कि एक पार्टी के दौरान संजय गांधी ने अपनी मां इंदिरा गांधी को थप्पड़ मार दिया था.
Siyasi Kissa: जब राजा भैया के लिए भाजपा ने मुलायम सिंह की मदद कर मायावती को किया था सत्ता से आउट… जानें क्या थी वो बड़ी वजह
तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के आदेश पर 2 नवंबर 2002 को प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को गिरफ्तार किया गया था. इस कार्रवाई के बाद से ही भाजपा और बसपा के बीच दरार पड़ गई थी.
Siyasi Kissa: जब पहले ही लोकसभा चुनाव में संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर को हार का सामना करना पड़ा था
आजादी के बाद और 1951-52 में हुए पहले लोकसभा चुनाव से पूर्व देश में पंडित जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया था, जिसमें डॉ. भीमराव आंबेडकर केंद्रीय कानून मंत्री थे.
Siyasi Kissa: अखिलेश ने पार्टी का तख्तापलट कर अपने पिता मुलायम से लिया था इस बात का बदला, पढ़ें ‘टीपू’ की नाराजगी से जुड़ा ये रोचक किस्सा
1 जनवरी 2017 को अखिलेश यादव ने अपने चाचा रामगोपाल यादव के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया था और प्रस्ताव पारित कर खुद को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया था.
चुनावी नारा: जमीन गई चकबंदी में, मकान गया हदबंदी में, द्वार खड़ी औरत चिल्लाए, मरद गया नसबंदी में
आपातकाल के दौरान नागरिक स्वतंत्रता और अधिकारों को निलंबित कर दिया गया था. इसी दौरान इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी ने नसबंदी का एक विवादास्पद अभियान चला रखा था. उसी दौरान यह नारा काफी चर्चित हुआ था.
Siyasi Kissa: जब बेटे के फोटो कांड ने बाबू जगजीवन राम से छीन लिया था प्रधानमंत्री बनने का मौका!
इंदिरा गांधी 1977 के आम चुनावों में हार चुकी थीं और सत्ता में दोबारा वापसी के लिए तमाम गुणा-गणित लगा रही थीं. इन सबके बीच तत्कालीन जनता पार्टी की सरकार में उप-प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम का दावा भी प्रधानमंत्री पद के लिए मजबूत माना जा रहा था.
Siyasi Kissa: एक फिल्म के चलते जब देश में मच गया था बवाल, प्रधानमंत्री के बेटे को हुई थी जेल
फिल्म ‘किस्सा कुसी का’ का निर्देशन अमृत नाहटा ने किया था. यह एक राजनीतिक व्यंग्य थी. फिल्म में शबाना आजमी, उत्पल दत्त, रेहाना सुल्तान, सुरेखा सीकरी और राज किरण प्रमुख भूमिकाओं में थे.