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By Uma Sharma
Sunil Gavaskar on R Ashwin: सुनील गावस्कर ने ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग-11 से बाहर करने के फैसले के लिए भारतीय टीम प्रबंधन की आलोचना की है. अश्विन को बाहर करने का फैसला सचिन तेंदुलकर सहित कई लोगों ने कहा कि वह टीम प्रबंधन द्वारा की गई कॉल को समझने में विफल रहे. ऑफ स्पिनर, जो वर्तमान में दुनिया में नंबर 1 रैंक का टेस्ट गेंदबाज है, डब्ल्यूटीसी 2021-23 चक्र में भारत का सबसे अधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज था, जिसके नाम पर 61 विकेट थे. उसे बेंच पर बिठाना सबसे बड़ी बेवकुफी है.
बता दें, अश्विन ने इस साल की शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया था, जहां उन्होंने चार मैचों की श्रृंखला के दौरान 25 विकेट लिए थे. गावस्कर ने पहले भी डब्ल्यूटीसी फाइनल से अश्विन को बाहर करने के फैसले पर सवाल उठाए. भारतीय दिग्गज ने कहा कि आधुनिक युग में किसी भी अन्य भारतीय क्रिकेटर के साथ अश्विन जैसा खराब व्यवहार नहीं किया गया है.
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गावस्कर के तीखे बोल से टीम इंडिया में मच सकता है बवाल!
दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि भारत में किसी अन्य शीर्ष क्रिकेटर के साथ ऐसा चौंकाने वाला बर्ताव नहीं किया गया है, जैसा रविचंद्रन अश्विन के साथ किया गया. उन्हें प्लेइंग-11 से बाहर रखा गया. यही वजह है कि द ओवल में वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भारत की ऑस्ट्रेलिया से 209 रनों से हार हुई. अश्विन के प्लेइंग-11 में होने या न होने की दुविधा डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए रन-अप में चर्चा का एक बड़ा विषय बना, क्योंकि भारत की गेंदबाजी नियंत्रण में नहीं थी.
अश्विन का धाकड़ रिकॉर्ड
92 मैचों में 51.8 की स्ट्राइक-रेट से 474 विकेट के साथ, जिसमें 32 पांच विकेट प्रति पारी शामिल हैं, अश्विन शीर्ष क्रम के टेस्ट गेंदबाज, मार्की संघर्ष से बाहर रह गए, क्योंकि भारत ने उनके मौजूद रहने के बावजूद चार तेज गेंदबाजों को प्राथमिकता दी. ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजी क्रम में बाएं हाथ के पांच बल्लेबाजों में से अश्विन को 2021 और 2022 में इंग्लैंड में होने वाले भारत के मैचों से भी बाहर कर दिया गया था, जिसका कारण परिस्थितियों का हवाला दिया गया था.
उन्होंने कहा, भारत ने आईसीसी रैंकिंग के अनुसार, खेल में नंबर 1 गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को हटा दिया. ऑस्ट्रेलियाई टीम में पांच बाएं हाथ के बल्लेबाज थे और जबकि एक बाएं हाथ के खिलाड़ी – ट्रैविस हेड – ने पहली पारी में तेज शतक बनाया, दूसरा दक्षिणपूर्वी एलेक्स कैरी ने पहली पारी में 48 और दूसरी पारी में नाबाद 66 रन बनाए. गावस्कर ने कहा, उस दूसरी पारी के प्रयास के दौरान उन्होंने एक और बाएं हाथ के मिशेल स्टार्क के साथ 93 रन जोड़े, जब भारत दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को सस्ते में आउट करना चाह रहा था. अगर अश्विन टीम में होते, तो वह बल्ले से भी योगदान दे सकते थे.
INPUT–आईएएनएस
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