Bharat Express

bihar politics

नीतीश के इस बयान के बाद राज्य के साथ-साथ देश की राजनीति में हंगामा बरपा है. नीतीश ने हालांकि, स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है.

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा, " हम सभी साथी हैं. छोड़िए न भाई. हम आप अलग हैं क्या? इसे छोड़िए. हमारा दोस्ती कहियो खत्म होगा?

आरसीपी सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार ने शिया समाज, बौद्धिस्ट समाज, जैन समाज का गणना किया ही नहीं वहीं क्रिश्चियन समाज को हरिजन और पिछड़ा वर्ग लिख दिया गया.

अब जबकि कांग्रेस ने कहा है कि 'जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी' तो अति पिछड़े वर्ग के नेताओं ने राजद और जेडीयू से आबादी के अनुसार टिकट की मांग कर दी है. इसके बाद से दोनों पार्टियों के टूटने का खतरा बढ़ गया है.

पूनावाला ने कहा कि हैरत की बात तो ये है कि कांग्रेस या इंडिया गंठबंधन के किसी भी नेता ने इस बयान की निंदा नहीं की है.

भाई वीरेंद्र से पहले जदयू कोटे से मंत्री लेसी सिंह ने भी नीतीश कुमरा को पीएम मैटेरियल बताया था.

1998 में JDU और बीजेपी के बीच गठबंधन हुआ. इसके बाद कई ऐसे मौके आए जब नीतीश कुमार ने पलटी मार ली. सबसे पहला मौका था साल 2013.

इंडिया अलायंस को आशंका है कि मोदी सरकार तय समय से पहले लोकसभा चुनाव करा सकती है. लिहाजा गठबंधन के सभी साथी तमाम राज्यों में अभी से सीट बंटवारे के काम में तेजी से जुट गए हैं. एक साल से महागठबंधन सरकार चला रहे नीतीश-लालू के सामने कांग्रेस और लेफ्ट के साथ आममत बनाकर सीट बंटवारे की चुनौती है.

Tej Pratap Yadav: बिग बॉस जीतने के बाद सुर्खियों में छाने वाले एल्विश यादव को लेकर भी तेज प्रताप यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण के वंशज विनर होते ही हैं.

Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार की अंतिम पारी चल रही है और जितने महीने बचे हैं वो जोड़ लें, इसके बाद उनका कोई गणित नहीं चलने वाला है.