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Joe biden

Israel Hamas War: 1996 के बाद से यह पहला मौका है जब बहुमत से अमेरिकी अरब मुस्लिमों ने डेमोक्रेटिक पार्टी से मुंह फेर लिया है.

Israel Hamas War: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, "हाल के वर्षों में, बहुत अधिक नफरत ने नस्लवाद को बढ़ावा देने वाली ऑक्सीजन दी है."

US Aid To Gaza West Bank: इजरायल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फिलस्तीनियों का बचाव करते हुए आतंकियों के समूह हमास के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया. साथ ही उन्होंने युद्ध पीड़ितों के लिए लाखों डॉलर की राशि मुहैया कराने का ऐलान किया.

Joe biden Israel : इजरायल और हमास की जंग के बीच आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल पहुंच गए. उन्होंने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मिलकर इजरायल के पक्ष में स्पीच दी. जानिए क्या कुछ हुआ वहां...

इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग में अब तक हजारों जानें जा चुकीं. इस बीच कई वीडियो वायरल हुए, जिसमें हमास को लोग टैरर संगठन मानने से इनकार कर रहे हैं. इसके साथ ही ये सवाल उठने लगा कि कोई देश किस आधार पर इंटरनेशनल गुट को आतंकी मानता है.

80 साल के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का इजराइल दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब हमास लगातार इजराइल पर रॉकेट बरसा रहा है। ऐसे में इजराइल में राष्ट्रपति बाइडेन के सामने सिर्फ राजनीतिक ही नहीं, बल्कि सिक्योरिटी की भी बड़ी चुनौती होगी। ऐसा भी हो सकता है कि उन्हें भी किसी बंकर में पनाह लेनी पड़े।

गाजा पट्टी में स्थित अल अहली अरब अस्पताल अब तक का सबसे भीषण प्रहार हुआ है. इस हमले में 500 लोग मारे गए हैं. गाजा ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है तो इजरायल ने साफ साफ कहा है कि ये फिलीस्तीन इस्लामिक जिहाद का रॉकेट था जो मिसफायर होकर अस्पताल पर गिरा.

इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध में इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर हिए जा रहे हमले में अब तक दो हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इजरायली सैनिक लगातार गाजा पर बमबारी कर रहे हैं.

इजराइल-हमास जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमास का खात्मा जरूरी है, लेकिन गाजा पर कब्जा इजराइल की बड़ी गलती होगी। बाइडेन के मुताबिक हमास ने बर्बरता की है। इस संगठन का खात्मा जरूरी है, लेकिन फिलिस्तीनियों के लिए भी देश होना चाहिए, अलग सरकार होनी चाहिए।

हमास के हमले को 48 घंटे भी नहीं बीते थे बाइडेन प्रशासन के सीनियर अधिकारियों की मीटिंग ने इजराइल में गोला-बारूद की कमी की तरफ ध्यान खींचा। अमेरिका ने एम्युनिशन की पहली खेप इजराइल पहुंचा दी है। इस जंग का अंजाम पता नहीं, इसलिए ऐसी बहुत सारी मदद भेजनी पड़ सकती है।