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Manipur Violence

Manipur Issue: मणिपुर में सक्रिय और सबसे पुराने उग्रवादी गुट यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) ने हथियार डालने का फैसला किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज घोषणा की कि इस संगठन ने सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और हिंसा छोड़ने पर सहमत हुआ है.

बीरेन सिंह ने एक्स पर लिखा, "आज सुबह मोरेह पुलिस के ओसी, एसडीपीओ चिंगथम आनंद की निर्मम हत्या से बहुत दुखी हूं. लोगों की सेवा और सुरक्षा के प्रति उनका समर्पण हमेशा याद रखा जाएगा.

मणिपुर हिंसा के छह महीने बीतने के बाद भी हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. इसी बीच 8 अक्टूबर को एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हुआ.

Manipur Violence: इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फ्रंट द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए दोनों एजेंसियों के अधिकारियों ने कहा कि किसी भी समुदाय, धर्म या संप्रदाय के खिलाफ कोई पक्षपात नहीं किया गया है.

मणिपुर में दो लापता स्टूडेंट्स की हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन चार दिन से जारी है। गुस्साई भीड़ इंफाल में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी घर पर हमला करने पहुंची। हालांकि, पुलिस ने उनको घर से करीब 500 मीटर पहले ही रोक लिया। आंसू गैस के गोले दाग कर उन्हें खदेड़ दिया।

हिंसा की आग में पांच महीनों से जल रहे मणिपुर में छह महीनों के लिए AFSPA को बढ़ा दिया है. सरकार ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. AFSPA एक ऐसा कानून है जो सुरक्षाबलों को असीमित शक्तियां दे देता है. मणिपुर में 30 सितंबर को AFSPA की अवधि खत्म हो रही थी.

Mob attack at CM N Biren Singh House: सीएम राजधानी के मध्य में एक अलग आधिकारिक आवास में रहते हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, "इंफाल के हिंगांग इलाके में मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर हमले की कोशिश की गई.

पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बीच मणिपुर हिंसा बेकाबू होती जा रही है. देश की तमाम समस्याएं तब शांत हो जाती हैं जब चुनाव होते हैं. कोविड के दौरान जब जनता मास्क लगा रही थी, लोगों को भीड़ में जाने से मना किया जा रहा था, लेकिन नेताओं के लिए तब कोई कोरोना नहीं था. वे भारी - भरकम रैलियां मज़े से कर रहे थे.

मणिपुर में जुलाई से लापता दो मैतेई स्टूडेंट्स की डेड बॉडीज की तस्वीरें सामने आने के बाद हिंसा फिर भड़क गई है. इंफाल समेत कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़प हुई. प्रदर्शनकारियों ने थोबुल में बीजेपी ऑफिस में आग लगा दी, उधर इंफाल में बीजेपी अध्यक्ष शारदा देवी के घर पर भी हमला हुआ

राज्य में दो लापता स्टूडेंट्स की हत्या के विरोध के बाद राज्य में हिंसा बढ़ गई है. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प में पुलिस को गोली चलानी पड़ी. वहीं मणिपुर AFSPA अभी छह महीने और लागू रहेगा. सरकार ने इसे 30 सितंबर को हटाने की घोषणा की थी, लेकिन हालात को देखते हुए अब फैसला बदल दिया है.

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