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Manipur Violence

मणिपुर में हिंसा की खबरें फिर से आने लगी हैं. हाल ही में वहां मैतेई समुदाय के एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई थी. उसके बाद जिरीबाम जिले में कुकी समुदाय के चार लोगों को मार दिया गया.

भागवत ने मणिपुर की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की, जहां सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है और स्थानीय लोग अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित हैं.

Manipur Violence: संदिग्ध उग्रवादियों इंफाल पश्चिम जिले के अंतर्गत कोत्रुक और पड़ोसी कडांगबंद के निचले घाटी इलाकों में बम भी फेंके. इस गोलीबारी में 31 वर्षीय महिला और एक ग्रामीण की मौत हो गई.

गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार मणिपुर के सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.

हाल में हुए लोकसभा चुनावों के बारे में भागवत ने कहा कि नतीजे आ चुके हैं और सरकार बन चुकी है, इसलिए क्या और कैसे हुआ आदि पर अनावश्यक चर्चा से बचा जा सकता है.

असम से सटे जिरीबाम जिले में मेईतेई, नगा, कुकी, मुस्लिम और गैर-मणिपुरियों की मिश्रित आबादी है. यह पिछले साल 3 मई को मणिपुर में शुरू हुई जातीय हिंसा की घटनाओं से अब तक अछूता रहा है.

मणिपुर में मेईतेई और कुकी-ज़ोमी समुदायों के बीच पिछले साल भड़के जातीय संघर्ष ने 220 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. इस दौरान दंगों में हजारों घर, सरकारी और गैर-सरकारी संपत्तियां और धार्मिक संरचनाएं नष्ट या क्षतिग्रस्त हो गई थीं.

CBI की चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि जब दोनों पीड़िताओं को परेड कराया गया, उसके ठीक पहले वो पुलिस की गाड़ी में बैठने में सफल हो गई थीं.

मणिपुर पुलिस ने बताया कि शहीद जवान राज्य के बिष्णुपुर जिले के नारानसेना इलाके में तैनात सीआरपीएफ की 128वीं बटालियन के हैं.

Manipur Violence: मणिपुर विधानसभा की ओर से कुकी समुदाय के साथ जारी सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन समझौता को रद्द करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है. इस समझौता के तहत सुरक्ष बल और कुकी समुदाय एक दूसरे पर हमला नहीं करते थे.