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Election Commission: राजस्थान में मतदाताओं ने अपने क्षेत्र के उम्मीदवारों की किस्मत को ईवीएम में कैद कर दिया है. बता दें कि प्रदेश 3 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.

अशोक गहलोत राजस्थान की राजनीति का वो चेहरा हैं जिसका जादू वोटरों पर खूब चलता है. गहलोत में न नेताओं जैसा दंभ है और न ही दो बार सीएम रहने का घमंड. जिससे मिलते हैं अपने सौम्य व्यवहार से उसका दिल जीत लेते हैं.

मिडिल ईस्ट में इजरायल और गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास के बीच चल रहे युद्ध को एक महीने से भी ज्यादा का समय हो चुका है. अक्टूबर से जारी इस जंग में अब तक हजारों लोगों की मौत हो गई है और लाखों लोग अपने घर और परिवार वालों से बिछड़ चुके है.

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले बीजेपी-कांग्रेस जनता को लुभाने के लिए तमाम वादे और दावे कर रही हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस ने आज अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. घोषणा पत्र में कांग्रेस ने तमाम वादे किए हैं.

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को निशाने पर लिया है.

राजस्थान में नामांकन तारीख खत्म होने के साथ ही कई सीटों पर लड़ाई दिलचस्प हो गई है. दरअसल 200 सीटों में से एक सीटें ऐसी हैं जहां निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बागी नेताओं ने नामांकन दाखिल करके कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के सियासी समीकरण को उलझा दिया है.

बीकानेर संभाग के 4 जिलों में 24 विधानसभा सीटें हैं। 19 सीटों पर भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला है। आठ सीटों पर भाजपा और छह पर कांग्रेस मजबूत दिख रही है। पांच पर कड़ी टक्कर है। दो सीट पर BJP और CPI (M) में मुख्य मुकाबला है।

राजस्थान के चुनावी रण की तस्वीर साफ हो गई है। सूचियों को देखें तो एक बात सामने आती है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के पास अब समान अवसर हैं। मैदान की स्थिति एक जैसी है। दोनों के सामने बागियों का संकट है।

हाल ही में मीडिया में खबरें उठ गई थी कि वसुंधरा राजे राजनीति से रिटायरमेंट लेने वाली हैं। इसी बीच राजस्थान की पूर्व सीएम और झालरापाटन से बीजेपी के उम्मीदवार ने अपना नामांकन दाखिल कर के सभी अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया है।

कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की अगली सूची का सबको इंतजार है। नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन उम्मीदवारों को लेकर दोनों दलों का केंद्रीय नेतृत्व दिल्ली में बैठक कर रहा है। राजस्थान में दोनों दलों की सूचियों में इंतजार मारवाड़ की सीटों का रहेगा।