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बीजेपी की पहली सूची में जिन नेताओं के टिकट कटे हैं, उनमें दो बार की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थकों की तादाद अधिक बताई जा रही है. इसे लेकर राजस्थान की सियासत में बवाल मच गया है. टिकट कटने से नाराज आधा दर्जन से अधिक नेता या उनके समर्थक खुलकर विरोध में उतर आए हैं.

Vasundhra Raje: भवानी सिंह राजावत ने चेतावानी देता हुए कहा कि अगर इस बार भी उनका टिकट काटा जाता है कि वो वह निर्देलीय चुनाव लड़ेंगे.

राजस्थान में बीजेपी ने पहली ही लिस्ट में 17 मंत्रियों की सीट पर प्रत्याशी उतार दिए हैं। 41 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट राजस्थान के जातिगत समीकरणों के इर्द-गिर्द ही नजर आई है। बीजेपी के उम्मीदवारों की सूची आना फिलहाल बाकी है.

राजस्थान विधानसभा चुनाव की वोटिंग की तारीख में बदलाव किया गया है. चुनाव आयोग ने 23 नवंबर की जगह 25 नवंबर को मतदान कराने का ऐलान किया है. 23 नवंबर को देवउठानी एकादशी के दिन प्रदेश में करीब 50 हजार से भी ज्यादा विवाह हैं.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में जातिगत सर्वे की घोषणा कर दी है। सियासी गलियारों में इसे गहलोत के मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है।

राजस्थान में इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव साल 2013 और 2018 के चुनावों से अलग हैं। पिछले दोनों चुनावों में राहुल गांधी लीड कर रहे थे, लेकिन इस बार खुद मुख्यमंत्री गहलोत फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं। 2003, 2008 व 2013 के चुनाव वसुंधरा V/S गहलोत थे।

सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में युवाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट दी जाएगी. इस बार के चुनाव में युवाओं की भागीदारी अधिक से अधिक देखने को मिलेगी.

मध्यप्रदेश की तर्ज पर बीजेपी राजस्थान में भी सांसदों को चुनाव लड़वाएगी। लेकिन मुश्किल सीटों पर। दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति और पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में पहुंचे प्रदेश के सांसदों को विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है। साथ ही यह भी कहा है कि वे सेफ सीट की उम्मीद नहीं करें।

राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे। बैठक में बीजेपी की पहली लिस्ट पर चर्चा के बाद अंतिम मुहर लगी। बैठक में 40 से 50 प्रत्याशियों के नाम तय हैं।

राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। जल्द ही पार्टी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है। इधर माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी, आरएसएस के सुझाव को मान सकती है। अगर ऐसा होता है तो जयपुर की विधानसभा सीटों पर बदलाव देखने को मिल सकता है।