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sonam wangchuk

मामले की सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दिल्ली हाईकोर्ट को जानकारी दी कि वांगचुक ने अपना विरोध वापस ले लिया है. इसलिए याचिका पर सुनवाई का कोई औचित्य नहीं है.

लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली पहुंचे लद्दाखी जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने दिल्ली हाई कोर्ट में अनशन के लिए याचिका दायर की है.

Sonam Wangchuk को सोमवार रात को सिंधू बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया था. सोनम वांगचुक अपनी 700 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए सोमवार को रात को ही दिल्ली पहुचे थे.

सोनम वांगचुक अपनी 700 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए सोमवार की रात ही लद्दाख से दिल्ली पहुंचे थे. वांगचुक के साथ आए करीब 120 लोगों को भी पुलिस ने डिटेन किया है.

लद्दाख से दिल्ली आए सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) की गिरफ्तारी पर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘दिल्ली में आने से कभी किसानों को रोकते हैं, कभी लद्दाख के लोगों को रोकते हैं। क्या दिल्ली किसी एक शख्स की बपौती है?

लेह एपेक्स बॉडी (LAB) और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) द्वारा आयोजित ‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ का उद्देश्य लद्दाख के लोगों की मांगों की ओर ध्यान आकर्षित करना है.

सोनम वांग्चुक हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख के निदेशक भी हैं. वे लद्दाख में शिक्षाविद और पर्यावरणविद की भूमिका में भी हैं.

Sonam Wangchuck: जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे की याद दिलाई है.

वांगचुक का आरोप है कि, “तीन साल से केंद्र का यूटी प्रशासन नाकाम रहा है. हर आदमी दुखी है. नौकरियां नहीं मिल रही है. फंड है लेकिन इसका ज्यादातर हिस्सा वापस चला जाता है.