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Wayanad

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, प्रतिनिधिमंडल ने विनाशकारी प्राकृतिक आपदा के बाद वायनाड की जमीनी हकीकत को गृह मंत्री अमित शाह को अवगत कराया. भूस्खलन में कुछ परिवार पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. अगर केंद्र सरकार कोई राहत नहीं देती है तो इससे गलत संदेश जाता है.

ये चुनाव कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनावी करिअर की शुरुआत है, जो वायनाड से चुनाव लड़ रही हैं, जो पहले उनके भाई Rahul Gandhi के पास था.

वायनाड सीट साल 2009 में बनी थी. वायनाड लोकसभा सीट पर अभी तक केवल कांग्रेस को जीत मिली है. इस सीट पर उपचुनाव में भी कांग्रेस का पलड़ा भारी माना जा रहा है.

वायनाड में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वह 35 वर्षों से चुनाव प्रचार करती आ रही हैं, लेकिन यह पहली बार है जब वह अपने लिए समर्थन मांग रही हैं.

मौलाना अरशद मदनी के निर्देश पर जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रतिनिधिमंडल का वायनाड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. अपने महासचिव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों से मुलाकात की और जान-माल के नुक़सान की समीक्षा की.

PM Modi Wayanad Visit: केरल के वायनाड जिले में बीते 30 जुलाई को भारी बारिश के बीच हुए भूस्खलन में सैकड़ों लोग मारे गए और दर्जनों लापता हो गए थे. शनिवार को पीएम मोदी ने वायनाड का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की.

Wayanad Tragedy: केंद्र की मोदी सरकार ने वायनाड में आपदा आने के बाद स्थिति का जायजा लिया और तुरंत घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य के लिए SDRF, सेना, वायुसेना, नौसेना, अग्निशमन सेवाओं, नागरिक सुरक्षा आदि के 1200 से अधिक बचावकर्मियों को तैनात किया.

केरल में बाढ़ और भूस्खलन की आपदा के बीच भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन सेवाओं और स्वयंसेवकों के कर्मियों वाली 1,000 से अधिक सदस्यीय बचाव टीम कई इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. 152 लोग अभी लापता बताए गए हैं.

केरल में अब तक की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा के छठे दिन भी लोगों की तलाशी का अभियान जारी है. CM पी. विजयन ने कहा कि घर-जमीन खो चुके लोगों के पुनर्वास के लिए सरकार टाउनशिप बनाएगी. राहुल गांधी ने भी लैंडस्लाइड पीड़ितों के लिए 100 घर बनाने का ऐलान किया.

केरल में अब तक की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा के 5वें दिन भी बचाव अभियान जारी रहा. रक्षा बलों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन सेवा और स्वयंसेवकों के 1,500 से अधिक बचावकर्मी लोगों को बचाने में लगे.