
अयोध्या राम मंदिर.

संवाददाता- मनमीत गुप्ता
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य लगभग 96 फीसदी पूरा हो चुका है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इसकी जानकारी दी है. ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण का शेष कार्य इसी साल जून तक पूरा हो जाएगा. ट्रस्ट ने इस दौरान मंदिर को मिले दान का लेखा-जोखा भी देश के सामने रखा. चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण कार्य में अब तक 2150 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, और ट्रस्ट ने जीएसटी समेत अन्य टैक्स मिलाकर कुल 396 करोड़ रुपये सरकार को दिए हैं.
बैठक में 12 ट्रस्टी हुए शामिल
अयोध्या में रविवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक हुई. यह बैठक ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में आयोजित की गई. इसमें 7 ट्रस्टी और 4 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हुए. वहीं, 4 ट्रस्टी ऑनलाइन बैठक में जुड़े. कुल 12 ट्रस्टी उपस्थित रहे, जबकि बैठक में दो अन्य ट्रस्टी मौजूद नहीं थे.
396 करोड़ रुपये टैक्स दिया गया
महामंत्री चंपत राय ने बैठक में बताया कि ट्रस्ट की स्थापना 5 फरवरी 2020 को हुई थी. अब तक ट्रस्ट के खाते से सरकार की विभिन्न एजेंसियों को 396 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. इसमें जीएसटी, टीडीएस, लेबर सेस, बीमा, बिजली बिल और अन्य खर्च शामिल हैं.
पिछले 5 वर्षों में मंदिर निर्माण पर कुल 2150 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह पूरा सहयोग समाज से मिला है, और सरकार से किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता नहीं ली गई है. अयोध्या में जमीन खरीदने, मंदिर निर्माण और अन्य सुविधाओं पर यह धनराशि खर्च हुई है.
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पिछले 5 वर्षों में ट्रस्ट को समाज से 944 किलो चांदी दान के रूप में प्राप्त हुई है. सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मीटिंग कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड द्वारा इसकी शुद्धता की जांच की गई, जिसमें यह 92% शुद्ध पाई गई. इस चांदी को गलाकर 20 किलो की ईंटों में बदला गया है.
96 फीसदी काम पूरा
मंदिर निर्माण का 96 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. सप्त मंदिर का निर्माण भी 96 प्रतिशत तक हो गया है, जबकि परकोटा का 60 प्रतिशत कार्य संपन्न हो चुका है. जून 2025 तक राम मंदिर का निर्माण पूरा होने की संभावना है.
-भारत एक्सप्रेस
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