

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसा शिक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव लाने का फैसला किया है. राज्य सरकार के अनुसार, अब मान्यता प्राप्त और राज्य अनुदानित मदरसों में कक्षा 1 से 3 तक NCERT का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा. यह निर्णय मदरसा शिक्षा परिषद की 18 जनवरी 2023 को हुई बैठक में लिया गया था.
इस फैसले के तहत मदरसों में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की तरह ही NCERT की किताबों का उपयोग किया जाएगा. इससे छात्रों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ गुणवत्ता पूर्ण पढ़ाई का लाभ मिलेगा. यह कदम शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने और छात्रों के भविष्य को सशक्त करने के लिए उठाया गया है.
यूपी राज्य मदरसा बोर्ड के निर्देश
राज्य मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार ने सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए निर्देश भेज दिए हैं. इसके तहत मदरसों में आवश्यक तैयारियां शुरू हो गई हैं, ताकि 2025-26 के शैक्षिक सत्र से इस बदलाव को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके.
मदरसा शिक्षा में होगा बदलाव
इस फैसले के साथ मदरसा शिक्षा में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. छात्र अब सरकारी स्कूलों के बराबर स्तर की शिक्षा प्राप्त करेंगे. इसके अलावा, यह निर्णय मदरसा छात्रों को आधुनिक शिक्षा, तकनीकी ज्ञान और समग्र विकास के अवसर प्रदान करेगा.
मुस्लिम छात्रों को मिलेगा लाभ
- आधुनिक और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का लाभ
- सरकारी स्कूलों के समान स्तर की पढ़ाई
- भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन
- शिक्षा में समग्र विकास के अवसर
भविष्य की दिशा में बड़ा कदम
यह पहल यूपी सरकार के प्रयासों का हिस्सा है, जो शिक्षा के क्षेत्र में सभी वर्गों को समान अवसर प्रदान करने के लिए की जा रही है. इससे मदरसा छात्रों को न केवल धार्मिक शिक्षा, बल्कि विज्ञान, गणित, भाषा, और अन्य विषयों में भी मजबूत आधार मिलेगा. यूपी के मदरसों में NCERT पाठ्यक्रम के लागू होने से शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव आएगा. यह निर्णय न केवल मदरसा छात्रों के लिए लाभकारी है, बल्कि समाज के विकास और प्रगति के लिए भी महत्वपूर्ण है.
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