
अहमदाबाद, 9 अप्रैल (आईएएनएस): इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद (IIM-A) ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं. इस समझौते के तहत दुबई में IIM-A का नया कैंपस खोला जाएगा, जो संस्थान का पहला अंतरराष्ट्रीय विस्तार होगा.
यह समझौता IIM-A के निदेशक प्रोफेसर भरत भास्कर और दुबई के आर्थिक व पर्यटन विभाग के महानिदेशक महामहिम हेलाल सईद अलमारी के बीच हुआ. इस अवसर पर दुबई के क्राउन प्रिंस व यूएई के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम और भारत के वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे.
दुबई में IIM-A का नया कैंपस
यह कैंपस दुबई इंटरनेशनल एकेडमिक सिटी (DIAC) में स्थित होगा, जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय केंद्र है. प्रोफेसर भास्कर ने कहा कि “यह साझेदारी IIM-A के वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाती है. दुबई के अंतरराष्ट्रीय माहौल में हम ऐसे लीडर्स तैयार करेंगे जो वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकें.”
दुबई कैंपस में पहला कार्यक्रम एक पूर्णकालिक एक वर्षीय एमबीए होगा, जिसे विशेष रूप से वैश्विक प्रोफेशनल्स और उद्यमियों के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह कार्यक्रम पांच टर्म्स में विभाजित होगा और इसमें शैक्षणिक कठोरता, स्किल डिवेलपमेंट और अंतरराष्ट्रीय एक्सपोज़र शामिल रहेगा.
भारत में IIMs का विस्तार और पहचान
वर्तमान में भारत में 21 आईआईएम हैं, जो देश के अलग-अलग राज्यों में फैले हुए हैं. इन संस्थानों की स्थापना भारत सरकार द्वारा उच्च स्तरीय प्रबंधन शिक्षा, रिसर्च और ट्रेनिंग के उद्देश्य से की गई थी.
IIM अहमदाबाद, कोलकाता और बैंगलोर को पहले पीढ़ी के आईआईएम माना जाता है, जिनकी स्थापना 1960 और 70 के दशक में हुई थी. ये तीनों वैश्विक स्तर पर सबसे प्रतिष्ठित संस्थान हैं. इसके बाद IIM लखनऊ, कोझिकोड और इंदौर जैसे संस्थानों ने अपनी अलग पहचान बनाई है.
IIM इंदौर ने पाँच वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (IPM) की शुरुआत की, जो स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों डिग्री प्रदान करता है. वहीं IIM शिलॉन्ग, रोहतक, रांची, रायपुर, तिरुचिरापल्ली, उदयपुर और काशीपुर जैसे नए संस्थानों ने भी अपनी विशिष्टता के आधार पर एक मजबूत छवि बनाई है.
-भारत एक्सप्रेस
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