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Israel Hamas War: “गाजा पट्टी से 16 साल बाद हमास का नियंत्रण हटा”, इजरायली रक्षा मंत्री बोले- दक्षिण की ओर भाग रहे आतंकी

Israel Defence Minister: हमास हमलों के बाद से इजरायल लगातार गाजा पट्टी पर बमबारी कर रहा है. जिसमें अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें करीब 5 हजार बच्चे शामिल हैं.

इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट

इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट

Israel Defence Minister: हमास हमलों के बाद से इजरायल लगातार गाजा पट्टी पर बमबारी कर रहा है. जिसमें अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें करीब 5 हजार बच्चे शामिल हैं. गाजा में स्थित हमास के ठिकानों को IDF निशाना बना रही है. इसी बीच इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने बड़ा बयान दिया है. गैलेंट ने दावा किया है कि हमास ने गाजा पट्टी से अपना नियंत्रण खो दिया है. आतंकी दक्षिण की तरफ भाग रहे हैं. हमास के ठिकानों को नागरिक लूट रहे हैं.

गाजा पर  हमास का नियंत्रण हटा- इजरायल

एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा है कि जिस गाजा पर हमास ने 16 साल से अपना कब्जा कर रखा था. अब उस पर से उसका नियंत्रण हट गया है. हमास के आतंकी दक्षिण की ओर भाग रहे हैं. गैलेंट ने बिना किसी सबूत के कहा है कि गाजा के नागरिकों का हमास की सरकार पर कोई भरोसा नहीं रह गया है.

गाजा का अस्पताल बना युद्ध का केंद्र

गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल अल-शिफा बीते कुछ दिनों से युद्ध का केंद्र बना हुआ है. इजरायल पर आरोप लग रहे हैं कि उनकी सेना अस्पताल पर लगातार बमबारी कर रही है. दूसरी ओर इजरायल का कहना है कि उनके सैनिक अस्पताल के आस-पास हमास के लड़ाकों पर हमला किया जा रहा है, क्योंकि हमास ने अस्पताल के नीचे अपना कमांड सेंटर बना रखा है.

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6 नवजात बच्चों की मौत

वहीं WHO ने जानकारी दी है कि इजरायली हमले में अस्पताल में काम करने वाली 3 नर्सों की मौत हो गई है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि अल-शिफा अस्पताल पर हमले की वजह से समय से पहले जन्म लेने वाले 6 बच्चों की मौत हो गई है. इन बच्चों की मौत की वजह ईंधन और बिजली का न होना बताया गया है.

अस्पताल में मौजूद हैं 2300 लोग

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी कहा कि अस्पताल में करीब 2300 लोग हैं. जिनमें करीब 700 मरीज, 200-500 के बीच अस्पताल कर्मचारी के अलावा 1500 लोग वो हैं जो विस्थापित होने के बाद शरण ले रखी है. अस्पताल में करीब 30 नवजात बच्चे भी हैं. अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि नवजात बच्चों के इलाज के लिए उन्हें मिस्र ले जाने की अपील की है.

-भारत एक्सप्रेस

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