पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ
Nawaz Sharif: पाकिस्तान में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. खाने-पीने की चीजों से लेकर पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है और महंगाई के कारण आम जनता का बुरा हाल है. इन सबके बीच पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ का बयान आया है. नवाज शरीफ ने देश के आर्थिक संकट के लिए पूर्व जनरल और जजों को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि उनका देश दुनिया के सामने मदद की गुहार लगा रहा है, जबकि भारत ने चांद पर पहुंचने के अलावा जी20 शिखर सम्मेलन की भी मेजबानी की.
लंदन से लाहौर में पार्टी की एक बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए नवाज शरीफ ने कहा कि आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पैसे की भीख मांगने के लिए एक देश से दूसरे देश जा रहे हैं, जबकि भारत चांद पर पहुंच गया है और जी-20 की बैठकें भी आयोजित की. भारत ने जो कमाल किया वो पाकिस्तान क्यों नहीं कर पाया? यहां इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
पीएमएल-एन के नेता शरीफ भारत की तारीफ की और कहा कि इंडिया ने 1990 में सरकार द्वारा शुरू किए गए आर्थिक सुधारों का पालन किया है. जब अटल बिहारी वाजपेयी भारत के प्रधानमंत्री बने थे, तब भारत के पास केवल एक अरब अमेरिकी डॉलर थे, लेकिन अब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 600 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है. पाक के पूर्व पीएम ने कहा कि भारत आज कहां से कहां पहुंच गया है और पाकिस्तान दुनिया के सामने हाथ फैलाए गिड़गिड़ा रहा है.
अगले महीने पाक लौटेंगे नवाज शरीफ
नवाज शरीफ ने आगामी चुनाव में पार्टी के प्रचार का नेतृत्व करने के लिए 21 अक्टूबर को देश लौटने की घोषणा की है. वह फिलहाल चार से ब्रिटेन में हैं. शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों को बदहाल स्थिति में पहुंचाने वाले इन ‘किरदारों’ को जवाबदेही का सामना करना ही होगा. साथ ही शरीफ ने यह दावा किया कि उनकी पार्टी आगामी आम चुनाव में जीत हासिल करेगी.
जजों पर बरसे नवाज
शरीफ ने कहा, ‘‘जिस व्यक्ति (नवाज) ने देश को बिजली कटौती से छुटकारा दिलाया, उसे चार जजों ने घर भेज दिया.’’ पाक के पूर्व पीएम ने कहा कि उनकी बेदखली के पीछे तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई के तत्कालीन प्रमुख जनरल फैज हामिद का हाथ था. उन्होंने कहा, ‘‘(पूर्व) चीफ जस्टिस साकिब निसार और आसिफ सईद खोस (पूर्व सेना प्रमुख और उनके खुफिया प्रमुख) के हाथों के औजार थे. उनका गुनाह हत्या के अपराध से अधिक बड़ा है. उनको माफी मुल्क के साथ नाइंसाफी होगी, वे माफी के हकदार नहीं हैं.”
-भारत एक्सप्रेस
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