दुनिया

पाक में ये क्या हुआ! हजारों लोगों की भीड़ जबरन सुप्रीम कोर्ट में घुसी, एक अहमदिया को ‘ईशनिंदा’ से बरी करना नागवार गुजरा

Pakistan Islamabad Protest Update: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बवाल हो गया. वहां कट्टरपंथियों की भीड़ ने सुप्रीम कोर्ट पर धावा बोल दिया. हजारों मुस्लिम एकत्रित होकर पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश के फैसले के विरोध में हो हल्ला करते हुए सुप्रीम कोर्ट के अंदर घुसने लगे.

इस घटना के वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. बहुत-से सोशल मीडिया यूजर्स पाकिस्तान के फ्यूचर को भी कोस रहे हैं. कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में जब कट्टरपंथी भीड़ उग्र होकर सुप्रीम कोर्ट में घुस सकती है तो वहां बांग्लादेश जैसा उत्पात भी हो सकता है. बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना को जान बचाकर अपने देश से भागना पड़ा था.

‘राइट टु रिलीजन’ के तहत सुनाया फैसला, भड़के कट्टरपंथी

पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट पर मचे बवाल के पीछे वहां के मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस) काजी फैज ईसा के ईशनिंदा से जुड़े फैसले को वजह बताया जा रहा है. उन्होंने एक अहमदिया व्यक्ति को ‘राइट टु रिलीजन’ के तहत ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था. इससे जमात-ए-इस्लामी और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUIF) के अगुआ भड़क गए. वे पाकिस्तान के काजी फैज ईसा का इस्तीफा मांगने लगे. इसके अलावा उनकी यह भी मांग थी कि अदालत अपने फैसले को पलट दे.

आक्रोशित भीड़ पाकिस्तान के चीफ जस्टिस द्वार ईशनिंदा से जुड़े एक फ़ैसले से खफा थी. जबरन सुप्रीम कोर्ट में घुस गई.

वॉटर कैनन, आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा

पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के सामने मचे बवाल की घटना सोमवार की है, लेकिन मीडिया पर इसके वीडियो अब वायरल हो रहे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि हजारों कट्टरपंथी मुस्लिमों ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया और अंदर इमारत तक पहुंच गए. उन्हें कोर्ट में घुसने से रोकने के लिए पुलिस-बल ने वॉटर कैनन, आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया.

फैसले की समीक्षा के लिए 7 सितंबर तक का वक्त

पुलिस-सुरक्षाबलों द्वारा रोके जाने पर भी बवाल शांत नहीं हुआ. वहां प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संगठन आलमी मजलिस ने अब सुप्रीम को अपने फैसले की समीक्षा के लिए 7 सितंबर तक का वक्त दिया है. उनका कहना है कि अहमदिया व्यक्ति को ‘Right to Religion’ के तहत ईशनिंदा के आरोपों से बरी करना गलत है और उसे सरेआम फांसी दी जाए.

— भारत एक्सप्रेस

Vijay Ram

वेब जर्नलिज्म में रचे-रमे. इनका हिंदी न्यूज वेबसाइट के क्रिएटिव प्रजेंटेशन पर फोकस रहा है. 2014 में राजस्थान पत्रिका-जयपुर से बतौर प्रशिक्षु शुरूआत हुई. उसके बाद 7-8 शहरों से होते हुए वनइंडिया हिंदी, एबीपी न्यूज समेत कई पोर्टल पर कार्य किया. जुलाई 2023 से भारत एक्सप्रेस में सेवाएं दीं. पत्रकारिता में बचपन से दिलचस्पी रही, अत: सन् 2000 तक के अखबारों, साप्ताहिक-मासिक पत्रिकाओं को संग्रहित किया. दो दशक से सनातन धर्म के पुराणों, महाभारत-रामायण महाकाव्यों (हिंदी संकलन) में भी अध्ययनरत हैं. धर्म-अध्यात्म, वायरल-ट्रेंडिंग, देश-विदेश, सैन्य-रणनीति और राजनीति की खबरों में रुचि है.

Recent Posts

दिल्ली हाईकोर्ट ने RSS सदस्य शांतनु सिन्हा पर दर्ज मानहानि के मामले में BJP नेता अमित मालवीय को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

RSS सदस्य शांतनु सिन्हा द्वारा अमित मालवीय के खिलाफ ‘बंगाली’ में एक फेसबुक पोस्ट किया…

2 hours ago

अफगानिस्तान में महिलाएं क्यों नारकीय जीवन जीने के लिए अभिशप्त हैं?

महिलाओं के खिलाफ घिनौने कृत्य अनंत काल से होते आ रहे हैं और ये आज…

3 hours ago

दिल्ली हाईकोर्ट ने चांदनी चौक के आसपास के क्षेत्रों से अवैध गतिविधियों को हटाने का दिया निर्देश

पीठ चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल द्वारा दायर जनहित याचिका पर विचार कर रहा है,…

3 hours ago

PM Modi’s Gifts: Global Diplomacy में भारत की सांस्कृतिक धरोहर की झलक, राज्यों से भेजे गए ये उपहार

देश के विभिन्‍न राज्‍यों में तैयार किए गए गिफ्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं…

5 hours ago

जब एक हाथी को भीड़ के सामने दे दी गई थी फांसी, अमेरिका का ये काला इतिहास आपको झकझोर देगा

एक बेघर व्यक्ति को मारने के बदले में भीड़ ने तय किया कि हाथिनी मैरी…

6 hours ago