एक ऐसा अनोखा देश, जहां आजादी के बाद से कभी नहीं हुआ इलेक्शन, जानें वजह
Suriya Birthday: आपने अक्सर लोगों के मुंह से ये कहते हुए सुना होगा कि सफल एक्टर एक शानदार जिंदगी जीते हैं. हालांकि, अच्छी चीजें आसानी से नहीं मिलती हैं, लेकिन अपना नाम बनाने के लिए काफी मेहनत और त्याग करना पड़ता है. आज हम आपको ऐसे ही एक एक्टर के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपना नाम बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर करोड़ों लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है. जी हां, हम बात कर रहे है साउथ के सुपरस्टार सूर्या की जिन्हें हर कोई जानता है. बता दें कि सूर्या ने ‘जय भीम, ‘सिंघम’, ‘गजनी’, ‘एनजीके’ जैसी कई सुपरहिट हिट फिल्में भी की हैं. इतना ही नहीं फैंस उन पर अपना काफी प्यार भी लुटाते हैं.
माना जाता है कि उनकी फैन फॉलोइंग भी काफी तगड़ी है और अब तो उन्हें ‘सोरारई पोटरू’ के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिला है. जिसके बाद सूर्या शिवकुमार आज यानी 23 जुलाई को अपना 48वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस खुशी के मौके पर उनके फैंस सोशल मीडिया के जरिए बधाई का संदेश भी भेज रहे हैं. बहुत कम लोग जानते है कि सूर्या की इतनी पॉपुलैरिटी हासिल करना उतना आसान नहीं था. उन्हें काफी स्ट्रगल करना पड़ा था जिसके बाद आज वो इंडिया के टॉप एक्टर्स में गिने जाते हैं.
एक्टर सूर्या ने अपने अभिनय से करोड़ो लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है. या यूं कह सकते है कि वह लोगों के दिलो पर राज करते हैं. हाल ही में वह 2 फिल्मों में बैक-टू-बैक कैमियो करते हुए भी नजर आए हैं. एक थी आर माधवान की ‘रॉकेट: द नांबी इफेक्ट’ और दूसरी कमल हासन की ‘विक्रम’ इन दोनों ही फिल्म में एक्टर ने बिना फीस लिए काम किया है जो कि काबिले तारीफ है, एक्टर की लाइफ में एक वक्त ऐसा भी आया था जब उन्हें छोटी फिल्मों में काम करने के लिए जूते घिसने पड़ रहे थे. उन्हें दिन-रात मेहनत करना पड़ता था.
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एक्टर को फिल्मों की दुनिया में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं थी. वह कपड़ों की फैक्ट्री में काम कर रहे थे और अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे. उन दिनों सूर्या ने लोगों से अपनी पहचान छिपा रखी थी किसी को ये मालूम नहीं होने दिया कि वह किसके बेटे हैं. कभी भी सूर्या ने एक्टर शिवकुमार के बेटे होने का फायदा नहीं उठाया. उन्होंने अपने को-वर्कर्स को भी इस बात की जरा भी भनक नहीं लगने दी. करीब 8 महीनों तक उन्होंने उस फैक्ट्री में काम किया और हर महीने उन्हें एक-एक हजार रुपये दिए गए.
-भारत एक्सप्रेस
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