विधायक नमन विक्सल कोंगड़ी
कांग्रेस से निलंबित झारखंड में पार्टी विधायक नमन विक्सल कोंगड़ी से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बुधवार को करीब 10 घंटे तक पूछताछ की. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में पिछले साल कांग्रेस के तीन विधायकों से 49 लाख रुपये नकद मिलने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय पिछले तीन दिनों से उनसे पूछताछ कर रहा है.
पार्टी ने घटना के बाद तीनों को निलंबित कर दिया
ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय से बाहर निकलने के बाद कोंगड़ी ने दावा किया कि उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है और उनके खिलाफ फर्जी आरोप लगाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में पिछले साल जुलाई में कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगड़ी की कार से 49 लाख रुपये नकद बरामद होने के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया था. पार्टी ने घटना के बाद तीनों को निलंबित कर दिया था.
केन्द्रीय जांच एजेंसी ने 10-10 घंटे पूछताछ की
केन्द्रीय जांच एजेंसी ने सोमवार को इसी मामले में कांग्रेस के ही निलंबित विधायक इरफान अंसारी और मंगलवार को राजेश कच्छप से करीब 10-10 घंटे पूछताछ की थी. कोंगड़ी ने भी इस मामले में शामिल दो अन्य विधायकों की भांति ईडी से 17 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाये जाने पर दो सप्ताह की मोहलत मांगी थी.
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ईडी के कार्यालय से बाहर निकलने के बाद कोंगड़ी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने ईडी के अधिकारियों को बताया कि मैंने अपने दोस्त से धन लिया था और मेरे खिलाफ लगे आरोप झूठे हैं.’’ कोंगड़ी ने उन्हें फर्जी तरीके से फंसाए जाने का दावा किया और कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह को सरकार गिराने के प्रयास में उनके शामिल होने का साबूत देने की चुनौती दी.
49 लाख रुपये नकद बरामद होने पर हुई गिरफ्तारी
विधायकों की कार से 49 लाख रुपये नकद बरामद होने के बाद 30 जुलाई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. पार्टी ने तीनों को निलंबित कर दिया था. फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर आए विधायकों का दावा है कि यह पैसा झारखंड के आदिवासी महोत्सव में साड़ियां खरीदने के लिए था.
वहीं, झारखंड में झामुमो के साथ सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने रांची के अरगोरा थाने में शिकायत दर्ज करायी थी कि तीनों विधायकों ने राज्य सरकार को गिराने में मदद करने पर उन्हें 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद देने की पेशकश की थी.