कोरोना जांच के लिए सैंपल एकत्र करते हुए हेल्थ वर्कर
Covid 19 Cases: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट BF.7 के मामले भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं. यही वह वेरिएंट है जिसने चीन में तबाही मचा रखी है. कोरोना के इस नए वेरिएंट (BF.7 Variant) के कारण चीन में हाहाकार मचा हुआ है. अस्पताल से लेकर श्मशान तक में लाइनें लगी हुई हैं. चीन में कोरोना के कारण पैदा हुई भयावह स्थिति देखते हुए भारत सरकार अलर्ट मोड में आ चुकी है. इस बीच, आशंका जताई जा रही है कि भारत में अगले 40 दिनों में कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिल सकता है. इस लिहाज से जनवरी का महीना काफी अहम माना जा रहा है.
दरअसल, पिछले ट्रेंड के मुताबिक, मध्य एशिया और यूरोप में कोरोना के कहर के 30-40 दिनों बाद भारत में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ. इस ट्रेंड को देखते हुए यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि कोरोना की लहर जनवरी में भारत को प्रभावित कर सकती है. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, अगर इस बार भी यही ट्रेंड रहा तो जनवरी में देश में कोरोना के केस बढ़ सकते हैं, लेकिन इससे होने वाली मौतें और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम होंगी.
6 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ओमिक्रोन के नए वेरिएंट BF.7 से बचने के लिए उपयुक्त आहार और वैक्सीन की डोज लेना चाहिए. उनका कहना है कि कोरोना का ये वेरिएंट भारत में कुछ महीनों से मौजूद है लेकिन फिर भी सभी को हर प्रकार की स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए.
वहीं, कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने एक जनवरी से छह देशों से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. इसके बाद, अब यात्रियों को अपनी नेगेटिव रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी. जिन देशों के यात्रियों के लिए RT-PCR अनिवार्य किया है, उनमें चीन, हांग कांग, जापान, साउथ कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: Covid In India: भारत में कोविड के मामलों में उछाल, बीते 24 घंटे के अंदर सामने आए 243 नए केस, 1 की हुई मौत
बूस्टर डोज की मांग बढ़ी
दूसरी तरफ, कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच बूस्टर डोज की मांग भी बढ़ी है. इस साल 19 दिसंबर की तुलना में 10 दिन में कोरोना की तीसरी डोज लगवाने वालों की संख्या तीन गुना बढ़ी है. कई राज्यों में बूस्टर डोज की मांग बढ़ी है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इन राज्यों को वैक्सीन मुहैया करवा रहा है.