बाबा विश्वनाथ धाम में उमड़े भक्त
सौरभ अग्रवाल
Dev Diwali in Varanasi: देव दीपावली को लेकर काशी के घाटों व मंदिरों में तैयारी अंतिम दौर में है. कल यानी सोमवार (27 नवम्बर) को कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही देव दीपावली मनाई जाएगी. इस दिन को लेकर काशी के घाटों से लेकर बाबा विश्वनाथ के साथ ही सभी देव मंदिरों की सजावट की गई है तो वहीं काशी विश्वनाथ को विदेशी फूलों से सजाया जाएगा. इसी के साथ ही अर्धचंद्राकार घाटों पर सजने वाली दीपमाला के साक्षी 70 देशों के राजदूत बनेंगे. इनके साथ ही 150 विदेशी डेलीगेट्स भी देव दीपावली की छटा निहारेंगे. इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. मेहमानों के स्वागत में एयरपोर्ट पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर नदेसर और कैंटोनमेंट स्थित होटल और नमो घाट के अलावा सभी सार्वजनिक चौक चौराहों को झालरों से सजाया गया है तो वहीं अलकनंदा क्रूज लाइन के निदेशक विकास मालवीय ने बताया कि मेहमानों को विवेकानंद क्रूज से देव दीपावली और गंगा पार होने वाली आतिशबाजी का नजारा दिखाया जाएगा इसी के साथ उनको कुल्हड़ में चाट और चाय परोसी जाएगी. तो वहीं देव दीपावली पर श्री काशी विश्वनाथ दरबार को 11 टन फूलों से सजाया जाएगा. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि, विशाखापट्टनम के एक व्यवसायी विश्वनाथ धाम को 11 टन विदेशी फूलों से सजवा रहे हैं. महादेव के धाम को सजाने के लिए फूल कोलकाता, बंगलुरू और विदेशों से मंगाए गए हैं. तो वहीं 27 नवंबर को देव दीपावली की शाम श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर भव्य लेजर शो का आयोजन भी योगी सरकार की ओर से किया जा रहा है. इसमें विश्वनाथ धाम, काशी और भगवान शिव की धार्मिक कथा और गाथा को पर्यटक देख और सुन पाएंगे.
देव दीपावली से पहले काशी विश्वनाथ को चढ़ाया गया रत्न जड़ित सोने का मुकुट
देव दीपावली से पहले श्री पराशर वैदिक आगम वेद शास्त्र परिषद हैदराबाद की ओर से श्री काशी विश्वनाथ को सोने का मुकुट अर्पित किया गया. रत्न जड़ित इस मुकुट की का वजन लगभग 400 ग्राम से अधिक है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दोपहर की भोग आरती से पूर्व हुए इस आयोजन में चांदी की थाल चांदी का कलश चांदी की कटोरी के अलावा सोने का बेलपत्र और रत्न जणित सोने का मुकुट बाबा को अर्पित किया गया. नदस्वरम ध्वनि के बीच इस आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में दर्शनार्थी और संस्था के श्रद्धालु उपस्थित रहे.
20 वॉच टावर से होगी गंगा के 84 घाटों की निगरानी
देव दीपावली पर गंगा किनारे अस्सी घाट से लेकर नमो घाट तक उमड़ने वाले पर्यटकों के हुजूम की निगरानी 20 वॉच टावर से की जाएगी. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, प्रत्येक वॉच टावर पर दो-दो आरक्षी वायरलेस सेट, ड्रैगन लाइट और पीए सिस्टम से लैस रहेंगे. अस्सी, दशाश्वमेध, नमो घाट सहित सात प्रमुख घाटों पर बनाए गए वॉच टावर पर दो-दो सिपाहियों के अलावा एक-एक दरोगा भी तैनात रहेंगे. देव दीपावली के मद्देनजर कमिश्नरेट की फोर्स के अलावा रविवार से मंगलवार तक शहर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बाहर से आए हुए आठ डिप्टी एसपी, छह इंस्पेक्टर, 70 सब इंस्पेक्टर, 680 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल, पांच कंपनी पीएसी, एटीएस कमांडो की एक टीम और एक बम निरोधक दस्ता तैनात रहेगा. तो इसी के साथ ही यातायात व्यवस्था के मद्देनजर कमिश्नरेट की ट्रैफिक पुलिस के अलावा बाहर से चार टीआई, 15 टीएसआई, 120 हेड कांस्टेबल-कांस्टेबल के साथ छह क्रेन रविवार को आ जाएगी.
27 नवंबर को नहीं चलेंगे ऑटो-टोटो
वीआईपी वाहनों को देखते हुए वाराणसी में एडवाइजरी जारी की गई है. ट्रैफिक पुलिस ने तय किया है कि 27 नवंबर को दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक शहर में (वरुणापार इलाके को छोड़कर) ऑटो और टोटो नहीं चलेंगे. मैदागिन से गोदौलिया के बीच कोई भी वाहन नहीं चलेगा. वीआईपी के वाहन मैदागिन चौराहा पर ही खड़े होंगे और वह गोल्फ कार्ट से विश्वनाथ धाम तक जाएंगे. इसी के साथ ही रविवार की रात 11 बजे से सोमवार की रात 12 बजे तक शहर में भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. साथ ही आम लोगों से अपील की गई है कि, ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी किए गए रूट डायवर्जन प्लान का पालन कर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने में सहयोग करें. शव वाहन और एंबुलेंस सभी प्रतिबंध से मुक्त रहेंगी.
51 देव कन्याएं करेंगी आरती
काशी के दशाश्वमेध घाट पर देव-दीपावली महोत्सव इस वर्ष रामलला को समर्पित होगा. 51 देव कन्याओं द्वारा आरती कर देव दीपावली महोत्सव की शुरुआत की जाएगी. दशाश्वमेध घाट को देव दीपावली महोत्सव पर महाआरती में 21 हजार दीपों से रोशन किया जाएगा. इस मौके पर गंगा सेवा निधि द्वारा बनायी गई अमर जवान ज्योति की अनुकृति रिथ लेईंग की जायगी. साथ ही 39 जीटीसी, वाराणसी, एयर ऑफिसर कमॉडिंग, 4 वायु सेना प्रवरण बोर्ड, 95 बटालियन, सीआरपीएफ, 11वीं वाहिनी, एनडीआरएफ व वाराणसी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रिथ लेइंग किया जायेगा व 39 जीटीसी के जवानों द्वारा लास्ट पोस्ट व गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जायेगा. 21 ब्राह्मणों द्वारा भगवती मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन किया जायेगा.
-भारत एक्सप्रेस
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