
मादा चीता 'वीरा' ने कुनो राष्ट्रीय उद्यान में दो शावकों को जन्म दिया
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक और बड़ी खुशखबरी सामने आई है. यहां मादा चीता ‘वीरा’ ने दो शावकों को जन्म दिया है. इस खबर से वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षण परियोजना से जुड़े अधिकारियों में उत्साह है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी और ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की.
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, “आज मादा चीता वीरा ने दो शावकों को जन्म दिया है. इन चीता शावकों का मध्य प्रदेश की धरती पर स्वागत है. प्रदेशवासियों को इन शावकों के आगमन की हार्दिक बधाई देता हूं. इस परियोजना से जुड़े सभी अधिकारियों, डॉक्टरों और फील्ड स्टाफ को भी मेरी शुभकामनाएं, जिनकी अथक मेहनत से आज मध्य प्रदेश को ‘चीतों की धरती’ के रूप में भी जाना जाता है.”
चीतों की वापसी का ऐतिहासिक अभियान
बता दें कि सितंबर 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘प्रोजेक्ट चीता’ की शुरुआत की गई थी. इसके तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में लाया गया था. भारत में करीब 70 साल पहले चीतों की प्रजाति विलुप्त हो गई थी, लेकिन इस पुनर्वास परियोजना से उनकी संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है.
कूनो में चीतों का प्राकृतिक वातावरण तैयार किया गया है ताकि वे सुरक्षित और सहज रूप से जीवन व्यतीत कर सकें. इस परियोजना के तहत अब तक कई चीता शावकों का जन्म हो चुका है, जो इस संरक्षण प्रयास की सफलता को दर्शाता है.
संरक्षण में आ रही चुनौतियां
हालांकि, इस परियोजना के तहत कुछ चीतों की मृत्यु भी हुई है, जिससे संरक्षण कार्यों को लेकर नई चुनौतियां सामने आई हैं. वन विभाग के विशेषज्ञ लगातार चीतों की निगरानी कर रहे हैं और उन्हें भारतीय वातावरण में पूरी तरह ढालने के लिए प्रयासरत हैं.
मादा चीता ‘वीरा’ द्वारा दो शावकों को जन्म देना इस प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. यह साबित करता है कि कूनो का पारिस्थितिकी तंत्र चीतों के अनुकूल होता जा रहा है. इस खुशखबरी ने वन्यजीव संरक्षण से जुड़े लोगों और पूरे देश को उम्मीद और उत्साह से भर दिया है.
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-भारत एक्सप्रेस
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