यूफ्लेक्स कंपनी पर IT की रेड (फोटो IANS)
Uflex Company Raid: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की यूफ्लेक्स कंपनी के ठिकानों पर रेड आज भी जारी है. अनअकाउंटेंट ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है. ये पैसा शैल कंपनियों के जरिए घुमाया गया है. हालांकि अब तक कैश की रिकवरी नहीं हुई है. इस कंपनी पर पहले भी आईटी की रेड हो चुकी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 20 साल पहले हुई रेड में करीब 300 करोड़ रुपए और अचल संपत्ति को आईटी की टीम ने सीज किया था और कई पॉलिटिकल एंगल भी मिले थे.
ये भी कहा गया कि काफी पैसा बोरों में भरकर नालों में फेंका गया था. ये पैसा सेक्टर-60 कंपनी से निकाला गया था. उस समय कंपनी के साथ मुर्गा मंडी लगती थी. उसी नाले में पैसा फेंका गया, जिसको बाद में गुपचुप तरीके से हैंडल किया गया था.
करीब 600 करोड़ के MOU किए साइन
सूत्रों के मुताबिक यूफ्लेक्स कंपनी ने इनवेस्टर्स समिट के लिए भी करीब 600 करोड़ के एमओयू साइन किए है. जिसमें उनको दो प्लाट पर नोएडा में निवेश भी करना है. यूफ्लेक्स लिमिटेड कंटेनर और पैकेजिंग क्षेत्र की कंपनी है. कंपनी का कुल मूल्यांकन (मार्केट वैल्यू) 3,509 करोड़ है. कंपनी की स्थापना वर्ष 1988 में की गई थी. कंपनी द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार अंतिम वर्ष की कुल आय 4,152.359 करोड़ रुपए रही व कुल बिक्री 4,069.711 करोड़ रुपए रही. कंपनी का शुद्ध लाभ 143.266 करोड़ रुपए रहा.
नोएडा लैंड स्केम में आया था यूफ्लेक्स कंपनी के चेयरमैन का नाम
यूफ्लेक्स कंपनी के चेयरमैन अशोक चतुवेर्दी का नाम 1994-95 में नोएडा प्राधिकरण में हुए नोएडा लैंड स्केम में भी आया था. उस समय प्राधिकरण की सीईओ नीरा यादव थी. इस पूरे मामले की जांच सीबीआई ने की थी. दोनों को करीब चार साल की सजा सुनाई गई थी. हालांकि उस दौरान उन्होंने इस मामले में लीगल स्टैप उठाने की बात कही थी.
इसके अलावा कई और मामलों और नामी लोगों के लिए प्राइवेट पार्टी ऑर्गेनाइज कराने में भी इनका नाम सामने आया था. कंपनी के देश भर में 64 ठिकानों और नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 20 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. ये सर्च नोएडा यूनिट की है. बताया गया कि कंपनी की ओर से टैक्स चोरी और अनअकाउंटेंट ट्रांजैक्शन किए है.