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Karnataka Elections: “बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सवाल नहीं”, कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार का बयान डैमेज कंट्रोल की कोशिश तो नहीं?

Congress: जगदीश शेट्टार ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने को लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि “चुनाव घोषणापत्र में कई बातें हैं. हम केवल इस पर ही क्यों रुके हुए हैं” ?

Jagadish Shettar

जगदीश शेट्टार (फोटो ट्विटर)

Jagadish Shettar: कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल को बैन करने को लेकर जमकर सियासत हो रही है. कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में प्रदेश में बजरंग दल (Bajrang Dal) को बैन करने का वादा किया है, लेकिन इस मामले पर बीजपी से कांग्रेस में शामिल हुए दिग्गज नेता जगदीश शेट्टार ने अपनी प्रतिक्रिया है जो कांग्रेस का समर्थन नहीं करती है. बजरंग दल पर बैन को लेकर राजनीतिक हंगामे के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार ने कहा कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सवाल ही नहीं है.

जगदीश शेट्टार ने आगामी 10 मई को चुनाव में टिकट न मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उनके कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी को मजबूती मिली है.

‘चुनाव घोषणापत्र में कई बातें हैं’

जगदीश शेट्टार ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने को लेकर न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि “चुनाव घोषणापत्र में कई बातें हैं. हम केवल इस पर ही क्यों रुके हुए हैं ? किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाना केंद्र सरकार का अधिकार है, राज्य सरकार का नहीं. वीरप्पा मोइली पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सवाल ही नहीं है. कर्नाटक के पूर्व सीएम ने आगे कहा, “जहां तक ​​बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात है, मैं पार्टी के मंच पर नेताओं के साथ इस पर चर्चा करूंगा. मैं नेताओं के साथ बात करूंगा और अपने विचारों का आदान-प्रदान करूंगा”.

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कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में क्या कहा ?

कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं और बजरंग दल, पीएफआई या अन्य जैसे व्यक्तियों और संगठनों द्वारा इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है, चाहे वे बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच दुश्मनी या नफरत को बढ़ावा दे रहे हों. हम किसी भी पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे.” ऐसे संगठन, “घोषणापत्र में कहा गया है.

– भारत एक्सप्रेस

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