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Kaur Singh: कौन थे लेजेंड बॉक्सर कौर सिंह ? जिन्होंने महान मुक्केबाज मुहम्मद अली के साथ किया था मुकाबला

Boxer Kaur Singh: कौर सिंह संगरूर के खनाल खुर्द गांव के एक किसान परिवार से आते थे. वह 1971 में सेना में शामिल हुए थे. उन्होंने 1972 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में मोर्चे संभाला था.

Kaur Singh (1)

लेजेंड बॉक्सर कौर सिंह का निधन

Boxer Kaur Singh Died: ओलंपियन बॉक्सिंग और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडेल जीतने वाले लेजेंड कौर सिंह का 74 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. उन्होंने अपनी अंतिम सांस पिछले हफ्ते हरियाणा के कुरूक्षेत्र के एक अस्पताल में ली. कौर सिंह एकमात्र भारतीय मुक्केबाज थे, जिन्होंने महान बॉक्सर मुहम्मद अली के साथ चार राउंड के प्रदर्शनी मैच में मुकाबला किया था. उस समय वह भारत दौरे पर आए हुए थे.

लेजेंड कौर सिंह कई स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे, जिसकी वजह से उनका लंबे समय से इलाज चल रहा था. उनको पिछले हफ्ते पहले पटियाला के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उन्हें फिर कुरुक्षेत्र रेफर कर दिया गया था. वहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. कौर सिंह के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी ट्वीट कर दुख जताया.

सेना में कार्यकाल के दौरान शुरू किया बॉक्सिंग में करियर

कौर सिंह संगरूर के खनाल खुर्द गांव के एक किसान परिवार से आते थे. वह 1971 में सेना में शामिल हुए थे. उन्होंने 1972 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में मोर्चे संभाला था. जिसके बाद उन्हें सेना पदक से भी सम्मानित किया गया. सेना में कार्यकाल के दौरान कौर सिंह ने मुक्केबाजी की यात्रा शुरू की थी. उन्होंने 1979 में सीनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में डेब्यू किया और स्वर्ण पदक जीता.

उन्होंने 1983 तक लगातार चार सालों तक इस उपलब्धि को दोहराया. इस बीच, उन्होंने 1980 में मुंबई में आयोजित एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता. उन्हें पद्मश्री अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था.

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छह गोल्ड मेडल जीत देश का नाम किया रोशन

लेजेंड कौर सिंह ने न केवल ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया बल्कि, 1982 के एशियाई खेलों सहित छह गोल्ड मेडल भी जीते और देश का नाम रोशन किया. हालांकि एशियाई खेलों में जीत के लिए घोषित एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी उन्हें तीन दशक बाद मिला. 2015 में जब उन्हें अपने दिल में स्टेंट की जरूरत पड़ी, तो वे केवल एक पूर्व सैनिक होने के कारण इलाज कराने में सफल रहे.

कौर सिंह ने 1982 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार और 1983 में देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री जीता. उन्होंने 1988 में विशिष्ट सेवा पदक भी जीता था.

– भारत एक्सप्रेस



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