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Isro Yuvika Program : लिपि गैमलिन ने इसरो युविका कार्यक्रम में भाग लिया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा आयोजित अंतरिक्ष प्रश्नोत्तरी में पूरे भारत से 350 चयनित प्रतिभागियों के बीच, रामकृष्ण मिशन स्कूल, आलो के दसवीं कक्षा के छात्र, लिपि गामलिन, पश्चिम-सियांग जिले से असाधारण उम्मीदवार के रूप में उभरे है.

Isro Yuvika Program

लिपि गैमलिन ने इसरो युविका कार्यक्रम में भाग लिया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने एक अंतरिक्ष क्विज का आयोजित कार्यक्रम किया जिसमें  कुल  350 चयनित प्रतिभागियों का चयन किया गया वही इस क्विज में रामकृष्ण मिशन स्कूल आलो कि दसवीं कक्षा कि छात्र लिपि गामलिन ने पूरे अरुणाचल प्रदेश में अच्छी प्रतिभा निभाई है. इसरो युविका कार्यक्रम युवा व्यक्तियों के बीच वैज्ञानिक जिज्ञासा अंतरिक्ष कि जानकारी को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है. ये प्रतियोगिता प्रतिभाशाली छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दुनिया में एक अनूठा मंच प्रदान करता है.

क्या है इसरो युविका कार्यक्रम
दअसल इसरो युविका कार्यक्रम में प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान और पोषण करना और उन्हें भविष्य के अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित करना है. युविका कार्यक्रम पूरे भारत के 9वीं कक्षा के छात्रों के लिए खुला है. इस आयोजन में राज्य ओर केंद्र शासित प्रदेश से तीन छात्रों का चयन करके उन्हें देश भर के विभिन्न इसरो केंद्रों में दो सप्ताह के आवासीय प्रशिक्षण देने के लिए रखा जाता है इससे छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान, अंतरिक्ष अनुप्रयोगों और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को जानने का अवसर प्राप्त होता है

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इसरो युविका कार्यक्रम का पाठ्यक्रम
यह प्रतिभागियों को हाथों-हाथ गतिविधियों में शामिल होने का अवसर प्रदान करता है. वैज्ञानिकों द्वारा किसी विषय के बारे में बताना ओर प्रसिद्ध सलाहकारों के मार्गदर्शन में लाइव परियोजनाओं के संपर्क में आने का अवसर प्रदान करता है. इस आयोजन में वैज्ञानिक क्षेत्रों में पिछले शैक्षणिक अंकों और उपलब्धियों पर विचार किया जाता है.

लिपि गैमलिन ने व्यक्त किया अपना उत्साह
अपना उत्साह व्यक्त करते हुए लिपि गैमलिन ने बताया इस कार्यक्रम में चयनित होना और फिर इसरो युविका कार्यक्रम में भाग लेना मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है. मैं इस क्षेत्र में सीखने और अंतरिक्ष विज्ञान की प्रगति में योगदान करने के इस अवसर के लिए बेहद आभारी हूं. मुझे उम्मीद है कि मैं इस अनुभव का अधिकतम लाभ उठा पाऊंगी और दूसरों को अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करूंगी.

-भारत एक्सप्रेस

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