अमित मालवीय और जयराम रमेश (फोटो ट्विटर)
BJP vs Congress: उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) में कफ सिरप से 18 बच्चों की मौत के बाद भारत में सियासत तेज हो गई है. उज्बेकिस्तान के दावे के बाद भारत में बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गई. इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने बीजेपी पर हमला बोला था. बीजेपी ने अब इसका पलटवार किया है. बीजेपी की तरफ से अमित मालवीय (amit malviya) ने इसका पलटवार किया है. उन्होंने कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि गांबिया में बच्चों की मौत का भारत में बनी खांसी की दवाई के सेवन से कोई लेना-देना नहीं है.
अमित मालवीय ने आगे कहा कि यह गांबिया के अधिकारियों और डीसीजीआई (DCGI) दोनों की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि भारतीय कफ सिरप (Cough Syrup) का इसके पीछे कोई हाथ नहीं है. इसके बाद भी पीएम मोदी के लिए अपनी नफरत में अंधी कांग्रेस भारत के एंटरप्रेन्योरशिप का उपहास कर रही है. उन्होंने इसे शर्मनाक बताया है.
जयराम रमेश ने कसा था तंज
दरअसल, जयराम रमेश ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज कसा था. उन्होंने ट्विटर पर कहा था, ”मेड इन इंडिया कफ सिरप जानलेवा लगता है. पहले गांबिया में 70 बच्चों की मौत हुई थी और अब उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हुई है. उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार को भारत के बारे में शेखी मारना बंद करना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए”.
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वहीं भारत ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और खांसी की दवाई का निर्माण दवा कंपनी की नोएडा इकाई में तब तक के लिए रोक दिया गया है जब तक कि नमूनों का टेस्ट नहीं हो जाता. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि नमूनों को परीक्षण के लिए चंडीगढ़ स्थित लैब भेजा गया है और सरकार इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी.
भारत ने उज्बेकिस्तान से मांगी रिपोर्ट
दूसरी तरफ, अधिकारियों ने कहा कि दवा कंपनी के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए सेंट्रल ड्रग्स रेगुलेटरी टीम ने यूपी ड्रग्स लाइसेंसिंग अथॉरिटी से भी संपर्क किया है. वहीं, इस मामले पर उज्बेकिस्तान से रिपोर्ट मांगी गई है. वहीं, मैरियन बायोटेक ने कहा कि खांसी की दवाई के नमूने उसकी निर्माण इकाई से एकत्र किए गए हैं और वे अब जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.
– भारत एक्सप्रेस
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