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Madhya Pradesh: BJP के ही कार्यकर्ताओं ने किया मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का विरोध, जलाए पुतले, जानें वजह

Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के इंदौर में बीजेपी के दिग्गज नेता और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का पुतला जलाया गया है. इंदौर जिले के देपालपुर में एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उनका पुतला जला दिया. इसके बाद यह मामला चर्चा का विषय बन गया. चलिए अब आपको बताते हैं कि कैलाश विजयवर्गीय का कार्यकर्ताओं ने क्यों विरोध किया. दरअसल उनका विरोध बीजेपी के विधायक मनोज पटेल के समर्थकों ने किया था. कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में बीजेपी दफ्तर में कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान पार्टी के 9 विधायक और कार्यकर्ता भी मौजूद थे, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय ने विधायक मनोज पटेल के देरी से पहुंचने पर कटाक्ष किया.

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि “आइए मनोज जी. मनोज जी जैसे लोग जीत गए यह बहुत बड़ी बात है. मतलब कार्यकर्ता की ताकत कितनी है, यह गौर करने वाली बात है समझने वाली बात है.”

कैलाश विजयवर्गीय ने बाद में दी सफाई

कैलाश विजयवर्गीय की इस बात से मनोज पटेल के कार्यकर्ता नाराज हो गए. इसके बाद उन्होंने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. कार्यकर्ताओं का कहना था कि कैलाश जी ने इतना कुछ कहकर मनोज पटेल का अपमान किया है. उनको इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए था. हालांकि इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का अर्थ कुछ और निकाला जा रहा है, जबकि उन्होंने कहा कि बीजेपी में कार्यकर्ता की ताकत कितनी है, यह देखने वाली बात है. यहां छोटे से छोटे कार्यकर्ता को भी पार्टी में पूरा सम्मान दिया जाता है.

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शिवराज के करीबी हैं मनोज पटेल

अगर विधायक मनोज पटेल की बात करें तो वह पूर्व सीएम शिवराज के करीबी बताये जाते हैं. उनकी राजनीति शिवराज सिंह चौहान की ही छत्रछाया में पली बढ़ी है. वह इंदौर में हुई इस घटना के अलग-अलग मायने भी निकाले जा रहे हैं. ये भी कहा जाता है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में वह कितना काम करवा पाएंगे यह देखने वाली बात होगी. वहीं शिवराज सिंह अब केवल सामान्य विधायक हैं. उन्हें मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया गया है.

– भारत एक्सप्रेस

 

Rahul Singh

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