मराठा आरक्षण को लेकर आमने-सामने हुए जरांगे और भुजबल.
Maratha Reservation: मराठा आरक्षण का चेहरा बनकर सामने आए मनोज जरांगे ने कहा कि वे 10 फरवरी से नए सिरे से भूख हड़ताल शुरू करेंगे. जरांगे ने महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल को भी चेतावनी दी है. मनोज ने कहा कि अगर मनोज जरांगे मराठा समुदाय के लिए मांगे जा रहे आरक्षण का विरोध करते हैं तो वे मंडल आयोग को चुनौती देंगे.
मनोज ने नासिक में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर कुनबी समुदाय का साबित करने के बावजूद भी अगर उन्हें सर्टिफिकेट नहीं मिला तो वे 10 फरवरी से अनशन शुरू करेंगे. उन्होंने भुजबल पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे आपके बेटे-बेटियां हैं वे ही हमारे भी हैं. हम मंडल कमीशन को चुनौती नहीं देना चाहते. तुम भी जियो और हमें भी जीने दो. हमारे आरक्षण की राह मेें अगर बाधा उत्पन्न की तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे.
यह भी पढ़ेंः हल्द्वानी हिंसा में 6 की मौत, 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल, उपद्रवियों ने थाना घेर वाहनों में लगाई आग
ओबीसी के साथ अगर अन्याय हुआ तो वे इस्तीफा दे देंगे
बता दें कि भुजबल ने कुछ दिनों पहले ओबीसी की रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि ओबीसी के साथ अगर अन्याय हुआ तो वे इस्तीफा दे देंगे. वहीं जरांगे ने कहा कि 10 फरवरी के बाद किसी की बात नहीं सुनेंगे. जरांगे ने कहा कि अगर अध्यादेश लागू नहीं हुआ तो 10 फरवरी के बाद वे अनशन करेंगे.
बड़ी संख्या में आपत्तियों भेजें लोग
आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र की सरकार एक अधिसूचना भी जारी कर चुकी है. इसी अधिसूचना को आधार बनाकर छगन ने लोगों से अपील की है कि अधिक से अधिक आपत्तियां भेजें. ताकि सरकार को पता चले इसका एक दूसरा पक्ष भी है. बता दें कि मराठा आरक्षण को लेकर सरकार अधिसूचना जारी कर चुकी है. वहीं 16 फरवरी तक इसको लेकर आपत्तियां मांगी गई हैं.