(प्रतीकात्मक तस्वीर: IANS)
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के एक NEET अभ्यर्थी ने राजस्थान के कोटा जिले में आत्महत्या कर ली. अधिकारियों ने गुरुवार को इस बात की पुष्टि की. छात्र कोटा के पुराने जवाहर नगर इलाके में किराये के मकान में रहता था और 30 अगस्त को घर से कोटा पहुंचा था.
मकान मालिक अनूप कुमार ने बताया कि बुधवार शाम को उन्होंने परशुराम को कपड़े सुखाते हुए देखा था, लेकिन रात में जब वह फिर नहीं दिखा तो उन्हें शक हुआ. जब उन्होंने जाकर छात्र के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला. मकान मालिक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और पाया कि छात्र पंखे से लटका हुआ है.
कोटा पहुंचे परिजन
कोटा के जवाहर नगर एसएचओ हरिनारायण शर्मा ने बताया, ‘मृतक छात्र की पहचान परशुराम (21 वर्ष) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना के मानपुर का रहने वाला था. बुधवार रात उसके मकान मालिक ने उसे फांसी के फंदे से लटका देखा और कंट्रोल रूम को सूचना दी. रात करीब 11:30 बजे पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पंखे से लटके छात्र के शव को नीचे उतारा. शव को एमबीएस अस्पताल ले जाया गया. इस बीच गुरुवार को उसके परिजन जब कोटा पहुंचे तब पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू हुई.’
पिता ने क्या कहा
परशुराम के पिता ने बताया कि वह तीन साल से कोटा में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रहा था. उसने पहले प्रयास में 490 अंक हासिल किए थे. हाल ही में उसने परीक्षा में 647 अंक हासिल किए हैं. हाल ही में नीट विवाद के बाद वह तनाव में था, लेकिन वह पढ़ाई में अच्छा था.
उसके चाचा चतर सिंह ने बताया कि कोटा में उनके भतीजे का तीसरा साल था. पिछले दिनों वह घर से कोटा आया था. वह रोजाना अपने पिता और भाई से बात करता था.
मामले की जांच जारी
उन्होंने कहा, ‘बुधवार रात 12 बजे उसकी मौत की सूचना मिलने से स्तब्ध हूं.’ मृतक छात्र ने आखिरी बार अपने भाई और पिता से बात की थी. उसने अपने पिता से कहा था, ‘मेरी तबियत ठीक नहीं है, मैं आना चाहता हूं,’ और उसने फोन काट दिया.
पुलिस ने बताया कि उसके पिता ने उसे फोन करने की कोशिश की, लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया और बुधवार रात उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली. फिलहाल जांच जारी है.
इस हालिया घटना के साथ ही 2024 में कोटा में संदिग्ध छात्र आत्महत्याओं की संख्या बढ़कर 15 हो गई है. पिछले साल 29 छात्रों ने आत्महत्या की थी. कोटा को देश के ‘कोचिंग हब’ के रूप में जाना जाता है.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)
-भारत एक्सप्रेस