
आचार्य प्रमोद कृष्णम (फाइल फोटो).
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. भगवान राम को काल्पनिक पात्र बताने वाले उनके बयान ने एक बार फिर बवाल मचा दिया है. अमेरिका दौरे के दौरान ब्राउन यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि सभी पौराणिक पात्र हैं. भगवान राम भी उसी प्रकार के थे, वे क्षमाशील थे और दयालु थे.
राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने निशाना साधा. बीजेपी नेता शहजाद पुनावाला ने कहा कि भगवान राम के वजुद पर संदेह करने के लिए देश राहुल गांधी को कभी माफ नहीं करेगा. इसके बाद कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी राहुल गांधी के बयान की आलोचना की है.
भगवान राम को वही मानता है जिसकी आस्था है
राहुल गांधी द्वारा भगवान राम को पौराणिक चरित्र बताए जाने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “भगवान राम को भगवान वही व्यक्ति मानता है जिसकी आस्था भगवान में है. जिस व्यक्ति की भगवान राम में आस्था नहीं है, वही भगवान राम और राम मंदिर पर सवाल उठाएगा. यह कोई नई बात नहीं है.” उन्होंने आगे कहा, “राहुल गांधी को लगता है कि जाति जनगणना कराकर उन्हें सत्ता मिल जाएगी. राहुल गांधी को लगता था कि सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर और उसका सबूत मांगकर उन्हें सत्ता मिल जाएगी…देश की जनता बहुत जागरूक है.”
#WATCH | Ghaziabad, UP | On Rahul Gandhi reportedly calling lord Ram a mythological figure, Former Congress leader Acharya Pramod Krishnam says, “Only that person believes that Lord Ram is a god who has faith in him. The person who has no faith in Lord Ram will raise questions… pic.twitter.com/9whcbKqXzY
— ANI (@ANI) May 4, 2025
इसके अलावा BJP प्रवक्ता सीआर केसवन ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी की टिप्पणी का एक क्लिप शेयर किया और लिखा कि राहुल गांधी की कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 2007 में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था जिसमें कहा गया था कि भगवान राम का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है.
-भारत एक्सप्रेस
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