सचिन पायलट और अशोक गहलोत
Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में जांच एजेंसी ईडी की एंट्री के साथ ही सियासी घमासान सातवें आसमान पर पहुंच गया है. ईडी ने सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को एक 12 साल पुराने मामले में समन भेजा है. चुनाव से ठीक पहले ईडी के एक्शन पर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है. वहीं बीजेपी पहले से ही इस मामले को गहलोत सरकार हमलावर है. ऐसे में सीएम गहलोत को अब सचिन पायलट का साथ मिल गया है. उन्होंने इस समय ईडी की कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है.
सचिन पायलट ने कहा कि सभी जानते हैं चुनाव में 29 दिन बचे हुए हैं. ऐसे में चुनाव आचार संहिता लागू है, चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. तो राजस्थान में ऐसी घटनाएं घटना शुरू हो गई हैं. जनता सब देख रही है. बीजेपी हार के डर से जांच एजेसिंया की कार्रवाई करा रही हैं. केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरोपयोग कर रही है.
‘ED की कार्रवाई और इरादा दोनों ही संदिग्ध’
कांग्रेस नेता ने आगे ईडी की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव का नजदीक हैं और 12 साल पुराने मामले में ईडी अब कार्रवाई करने आई है. ऐसे में उसकी कार्रवाई और इरादा दोनों ही संदिग्ध हैं. पूरा देश इस कार्रवाई को गंभीरता से देख रहा है. कांग्रेस पार्टी पहले से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ है. अगर किसी के खिलाफ कोई सबूत मिले और कार्रवाई हो. कांग्रेस सदा से ही इसका स्वागत करती रही है. सचिन पायलट ने आगे कहा कि पांचों राज्यों में अपनी हार देखकर बीजेपी ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है. बीजेपी से विपक्षी पार्टियों में भय पैदा करने की कोशिश कर रही है. किसी भी पार्टी को अपनी विचारधारा के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि वैभव गहलोत को 12 साल पुराने मामले में समन भेजा जाना, चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद ऐसा करना सबको समझ आता है. बीजेपी को पता है कि 5 राज्यों में पीछे चल रही है.
– भारत एक्सप्रेस
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