मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
UP News: माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ कपड़ा पार्क में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे. सीएम योगी ने यहां अपने संबोधन में प्रदेश की कानून व्यवस्था पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अब कोई पेशेवर अपराधी और माफिया किसी उद्यमियों को डरा धमका नहीं सकता है, उत्तर प्रदेश आज आपको बेहतरीन कानून व्यवस्था की गारंटी देता है.
सीएम योगी ने कहा कि, “यूपी में निवेश करने वालों की एक-एक पूंजी की सुरक्षा की जायेगी. यूपी में एक कालखंड ऐसा भी आया जब यूपी के पहचान को खत्म कर दिया गया. यूपी के प्रगति किसी से छिपी नहीं है. कानपुर कभी कपडा उघोग का केन्द्र था. अब फिर से यूपी की पहचान वापस आ रही है. यूपी में बेहतरीन कनेक्टिविटी है.”
#WATCH अब कोई पेशेवर अपराधी और माफिया किसी उद्यमियों को डरा धमका नहीं सकता है, उत्तर प्रदेश आज आपको बेहतरीन कानून व्यवस्था की गारंटी देता है: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/AY6vGiuME1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 18, 2023
सपा सरकार पर बोला हमला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “2017 से पहले उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब थी और प्रदेश दंगों के रूप कुख्यात था. बहुत से जनपद ऐसे थे जिसके नाम से लोग डरते थे आज लोगों को जनपद के नाम से डरने की जरूरत नहीं है. जो पहले प्रदेश के पहचान के लिए संकट थे आज प्रदेश उनके लिए संकट बनता जा रहा है”.
बता दें कि प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े माफिया अतीक अहमद के शूटरों ने बसपा के पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े गोली कर हत्या कर दी थी. जिसके बाद विधानसभा में ये मुद्दा नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने उठाया था. जिसका जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा था “इस माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा.”
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 6 आरोपी मारे जा चुके हैं
सीएम योगी की इस बयान के बाद से प्रदेश में माफियाओं और उनको गुर्गों की धरपकड़ जारी है. उमेश पाल की पत्नी की शिकायत पर अतीक, भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता, बेटे असद, शूटर अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था. उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 6 आरोपी मारे जा चुके हैं. अतीक, अशरफ की जहां प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई. तो वहीं असद, गुलाम, अरबाज, विजय चौधरी एनकाउंटर में मारे गए हैं.