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farmer protest

पंजाब पुलिस ने बुधवार को किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर को मोहाली में हिरासत में ले लिया.

किसानों के पूर्व निर्धारित मोर्चे पर जाने से पहले पुलिस ने किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी की. थाना पत्तरां के गांव मौलवीवाला में किसान नेता कुलवंत सिंह को नजरबंद कर दिया गया है. पुलिस ने सुबह घर पर छापेमारी की.

चंडीगढ़ में सीएम और किसानों के बीच हुई बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला, लेकिन दोनों के बीच तनाव बढ़ गया, क्योंकि किसानों ने मुख्यमंत्री मान पर बीच में ही उठकर चले जाने और कथित तौर पर उन्हें डराने की कोशिश करने का आरोप लगाया.

प्रस्तावित बैठक की घोषणा के बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने चिकित्सा सहायता लेने पर सहमति जताई है. हालांकि मांगें पूरी होने तक अन्न और भोजन ग्रहण नहीं करेंगे. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन शनिवार (18 जनवरी) को 54वें दिन में प्रवेश कर गया.

किसानों की यह लड़ाई किसी मोलभाव की नहीं, अपने हक की है. सरकार की ही गठित एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें धूल फांक रही हैं.

इस मुलाकात के दौरान डल्लेवाल ने यह भी बताया कि किसानों को अब भी कई समस्याएं हैं, जैसे उनकी उपज का सही मूल्य ना मिलना और कृषि यांत्रिकीकरण की कमी. उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए सरकार को ठोस नीतियां बनाने की आवश्यकता है.

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस सुधांशू धुलिया की बेंच ने सभी पक्षों की सहमति के बाद पंजाब सरकार को 2 जनवरी तक का समय दे दिया है.

सुप्रीम कोर्ट ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता देने के आदेश का पालन न करने पर चिंता जताई. कोर्ट ने पंजाब सरकार को सख्त निर्देश दिए कि डल्लेवाल को अस्पताल शिफ्ट करने में आ रही समस्याओं का समाधान किया जाए.

मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि डल्लेवाल 24 दिनों से हड़ताल पर हैं. उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई है. वो 10 मिनट तक बेहोश रहे. इसपर कोर्ट ने पंजाब सरकार से पूछा कि उन्हें मेडिकल सुविधा क्यों नहीं दी जा रही है.

सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार की ओर से पेश एडवोकेट जनरल से कहा कि पंजाब के डीजीपी और मुख्य सचिव डल्लेवाल का आमरण अनशन खत्म करवाएं.