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Mayawati

बसपा ने ऐसा फैसला लिया है कि उसके बाद एनडीए और इंडिया खेमे पक्ष के नेता दलित वोटरों को अपने पाले में लाने की जुगत में भिड़ गए हैं. अगर वाकई में बसपा के वोटर्स नोटा का इस्‍तेमाल करते हैं तो चुनाव परिणाम की तस्‍वीर बदली-बदली सी नजर आएगी.

BSP Supremo Mayawati political strategy: सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं बसपा सुप्रीमो मायावती को लगता है कि इस बार लोकसभा चुनाव समय से पहले कराए जा सकते हैं. ऐसे में वे अभी से अपनी तैयारी में जुट गई हैं. वे किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगी, उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी.

विपक्षी गठबंधन इंडिया की 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में बैठक हो रही है, इसमें मायावती के शामिल होने के चर्चे खूब हो रहे थे, लेकिन अब उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस बैठक में हिस्सा नहीं ले रही हैं.

बसपा से निकाले जाने के बाद इमरान मसूद ने कहा कि वह सभी से राय लेंगे और फिर कांग्रेस में जाने का निर्णय लेंगे व राहुल गांधी के साथ मिलकर भाजपा को उखाड़ फेकेंगे.

UP Politics: लोकसभा चुनाव-2024 से पहले यूपी में मऊ जिले के घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर घमासान जारी है. इस चुनाव में सपा और भाजपा के बीच सीधी टक्कर दिखाई दे रही है.

मायावती ने कहा कि बीएसपी का वोट स्पष्ट तौर पर गठबंधन वाली दूसरी पार्टी को ट्रांसफर हो जाता है, लेकिन दूसरी पार्टियां अपना वोट बसपा उम्मीदवारों को ट्रान्सफर कराने की न सही नीयत रखती हैं और न ही क्षमता.

मायावती ने भतीजे आकाश आनंद के ससुर की राजनीतिक ताकत को बढ़ाते हुए उनको तीन राज्यों का प्रभारी बना दिया है. 26 मार्च को उनकी बेटी प्रज्ञा की शादी आकाश से हुई थी.

अगर सूत्रों की मानें तो बसपा की ओर से घोसी उपचुनाव में बसपा अपनी ओर से किसी उम्मीदवार को नहीं उतारने जा रही है. हालांकि बसपा की ओर से इसको लेकर कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

हाल ही में बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को पहचानने से इनकार कर दिया था.

मायावती ने कहा कि, भाजपा-शासित मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि कांग्रेस के राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी भ्रष्टाचार अहम मुद्दा है. इसी के साथ ये भी कहा है कि वह अकेले दम पर लोकसभा चुनाव-2024 लड़ेंगी.