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INDIA CLUB London: अंग्रेजों के देश में बंद कर दिया गया ‘इंडिया क्लब’, यहां गूंजती थी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की आवाज

THE INDIA CLUB : भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा रहा लंदन का ‘इंडिया क्लब’ अब बंद कर दिया गया है. एक समय में यह क्लब अपने देश से दूर रह रहे भारतीयों के लिए दूसरे घर जैसा था.

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ब्रिटेन में लंदन स्थित इंडिया क्लब के बंद होने से बहुत-से भारतीय भावुक हो गए हैं. वे इस क्लब में पकौड़े आदि का आनंद उठाने जाते रहते थे. यह क्लब भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा रहा है.

India Club London Shut Down: अंग्रेजों के देश ग्रेट ब्रिटेन में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास से जुड़ा एक अध्याय रविवार, 17 सिंतबर को समाप्त हो गया. ब्रिटेन की राजधानी लंदन में स्थित इंडिया क्लब ब्रिटेन के शुरुआती भारतीय रेस्त्रां में से एक था और आगे चलकर यह ब्रिटिश दक्षिण एशियाई समुदाय के लिए चर्चित केंद्र बन गया था. या यूं कहें कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ा रहा यह क्लब एक समय में अपने देश से दूर रह रहे भारतीयों का एक दूसरा घर था.

बहरहाल, यह इंडिया क्लब स्थाई रूप से बंद कर दिया गया है. इसकी दीवारें भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों जैसे प्रमुख भारतीयों की तस्वीरों से सजी हुई थीं. इस क्लब के संस्थापक सदस्य कृष्ण मेनन थे, जो ब्रिटेन में स्वतंत्र भारत के पहले उच्चायुक्त बने. इंडिया क्लब के अन्य संस्थापक सदस्यों में से एक पत्रकार चंद्रन थरूर की बेटी स्मिता थरूर, अपने भाई और कांग्रेस सांसद शशि थरूर तथा अन्य परिजनों समेत यहां दिखाई देती थीं.

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कांग्रेस नेता शशि थरूर की बहन स्मिता हुईं बेहद दुखी

इंडिया क्लब के बंद होने पर स्मिता थरूर का बयान आया है. स्मिता ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘इंडिया लीग के कई नेताओं और संस्थापकों ने इंडिया क्लब की स्थापना की थी. जब हम भारत में बड़े हो रहे थे, तो मेरे पिता इसकी कहानियां सुनाते थे.’ उन्होंने कहा— ‘मेरे लिए क्लब का बंद होना दुखद है. क्योंकि इसका बंद होना यानी मेरे पिता की उन यादों का चले जाना है, जो इतने सालों से हमारे लिए जीवित थीं, और हम जब भी उनकी कमी महसूस किया करते थे, तो यहां आ जाया करते थे.’

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‘लंदन में हमने भारतीय इतिहास का एक टुकड़ा खोया’

क्लब के बंद होने पर ब्रिटिश भारतीय इतिहासकार और पत्रकार श्रबनी बसु ने कहा, “यह बिल्कुल दिल तोड़ने वाला है. इस फैसले से लंदन में भारतीय इतिहास का एक टुकड़ा हमेशा के लिए खो जाएगा. लंदन में बतौर एक भारतीय पत्रकार, यह मेरे लिए प्रेरणा स्रोत था. इस ऐतिहासिक बार में अब हमें बीयर और पकौड़े नहीं मिलेंगे. हम इसे बहुत मिस करेंगे.”

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नई जगह किया जा सकता है स्थानांन्तरित: फिरोजा मार्कर

फिरोजा मार्कर नामक महिला, जो कुछ सालों से इस क्लब की मैनेजर रहीं, उनका कहना है कि जब लोगों को पता चला कि 17 सितंबर को इंडिया क्लब बंद हो रहा है, तो यहां लोगों को तांता लग गया. फिरोजा मार्कर ने कहा, “यह सच है कि हम इसे यहां पर बंद कर रहे हैं. हालांकि, ज्यादा निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि, हम एक नई जगह भी खोज रहे हैं, जहां इंडिया क्लब को हम स्थानांन्तरित कर सकें.”

— भारत एक्सप्रेस

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