व्लादिमीर पुतिन
रूस में एक बार फिर से राष्ट्रपति पद के लिए व्लादिमीर पुतिन ने भारी बहुमत से जीत हासिल की है. रूस के राष्ट्रपति चुनावों में करारी जीत हासिल करते हुए , व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि फरवरी में आर्कटिक जेल में विपक्षी नेता की अचानक मौत से पहले वह एलेक्सी नवलनी के साथ कैदियों की अदला-बदली के लिए सहमत हो गए थे. नवलनी की मौत को ‘दुखद घटना’ बताते हुए पुतिन ने कहा कि जेलों में बंद लोगों के निधन के अन्य मामले भी हैं.
नवलनी का निधन एक दुखद घटना
कल रविवार को अपने चुनाव मुख्यालय में अपने संबोधन में, पुतिन ने कहा, “जहां तक नवलनी का सवाल है – हां, उनका निधन हो गया. यह हमेशा एक दुखद घटना है. और ऐसे अन्य मामले भी थे जब जेलों में बंद लोगों की मृत्यु हो गई. क्या ऐसा नहीं हुआ?” संयुक्त राज्य अमेरिका में ऐसा होता है? ऐसा हुआ, और एक बार नहीं.” पुतिन ने यह भी कहा कि उन्हें उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी एलेक्सी नवलनी को जेल से रिहा करने के विचार के बारे में बताया गया था. यह बात विपक्षी नेता की मृत्यु से कुछ दिन पहले की है.
राष्ट्रपति ने कहा कि वह इस शर्त पर राजी हो गए थे कि नवलनी रूस वापस नहीं आएंगे.
पुतिन को मिले इतने वोट
रूस स्थित टीएएसएस ने रूसी संघ के केंद्रीय चुनाव आयोग के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि पुतिन ने चुनावी प्रोटोकॉल के 70 प्रतिशत प्रसंस्करण के परिणाम के आधार पर 87.17 प्रतिशत वोट प्राप्त करके राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ रशियन फेडरेशन के उम्मीदवार निकोलाई खारितोनोव 4.1 फीसदी वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे, जबकि न्यू पीपल पार्टी के उम्मीदवार व्लादिस्लाव दावानकोव 4.8 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ रशिया (एलडीपीआर) के उम्मीदवार लियोनिद स्लटस्की को गिनती में महज 3.15 फीसदी वोट मिले. रविवार शाम 6 बजे (मास्को समय) तक के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, पहली बार 15-17 मार्च तक तीन दिनों में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मतदान प्रतिशत 74.22 प्रतिशत रहा.
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