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कैसे शांत होगी Manipur की हिंसा? पहले BJP दफ्तर में आग और अब CM आवास पर हमले की कोशिश, बस 100 मीटर…

Mob attack at CM N Biren Singh House: सीएम राजधानी के मध्य में एक अलग आधिकारिक आवास में रहते हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “इंफाल के हिंगांग इलाके में मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर हमले की कोशिश की गई.

भीड़ ने सीएम बीरेन सिंह के परिवार के खाली घर को निशाना बनाने की कोशिश की

Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर भीषण हिंसा भड़क उठी है. इम्फाल घाटी में दो छात्रों की हत्या के बाद हालात लगातार तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. राज्य में पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद औरअफस्पा (AFSPA) 6 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी के दफ्तर को आग के हवाले कर दिया था तो वहीं अब इंफाल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था और कर्फ्यू के बावजूद भीड़ ने गुरुवार रात मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह (N Biren Singh ) के खाली पड़े पैतृक आवास पर हमला कर दिया. हालांकि वो इस पर ज्यादा सफल नहीं हो सके, क्योंकि सुरक्षाबलों ने उग्र भीड़ को सीएम आवास से महज 100 मीटर की दूरी पर रोक दिया.

सुरक्षाबलों को उग्र भीड़ को रोकने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. सीएम के आवास पर बढ़ती भीड़ को रोकने के लिए पुलिस और सुरक्षबलों के जवानों ने पानी की बौछार, आंसू गैस के गोले और हवा में गोलीबारी का इस्तेमाल करना पड़ा.

100 मीटर पहले कंट्रोल में आई उग्र भीड़

बता दें कि सीएम एन. बीरेन सिंह राज्य की राजधानी के मध्य में एक अलग आधिकारिक आवास में रहते हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “इंफाल के हिंगांग इलाके में मुख्यमंत्री के पैतृक आवास पर हमले की कोशिश की गई. सुरक्षा बलों ने भीड़ को आवास से लगभग 100-150 मीटर पहले ही रोक दिया.” अधिकारी ने कहा कि अब इस आवास में कोई नहीं रहता है, हालांकि उसकी चौबीसों घंटे सुरक्षा की जाती है. उन्होंने आगे कहा, ‘‘लोगों के दो समूह अलग-अलग दिशाओं से आये और मुख्यमंत्री के पैतृक आवास के निकट पहुंचे लेकिन उन्हें रोक दिया गया.’’

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जारी है हिंसक प्रदर्शन

उन्होंने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आरएएफ और राज्य पुलिसकर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पास की सड़क के बीचों-बीच टायर भी जलाये. मणिपुर में दो युवकों की मौत को लेकर छात्रों ने मंगलवार और बुधवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन किया था. भीड़ ने गुरुवार को तड़के इंफाल पश्चिम जिले में उपायुक्त कार्यालय में भी तोड़फोड़ की थी और दो चार-पहिया वाहनों में आग लगा दी थी. बुधवार को दो जिलों इंफाल पूर्व और पश्चिम में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया था और झड़प में मंगलवार से 65 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. जुलाई में लापता हुए दो लोगों- एक पुरुष और एक लड़की के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्य की राजधानी में हिंसा की एक नई घटना हुई थी.

– भारत एक्सप्रेस

 



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